बाघ के शिकारी एवं दुर्लभ कछुओं के अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह के दो आरोपी गिरफ्तार
डिंडोरी और अयोध्या से आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर ,यश भारत। वन्यजीवों की अन्य राज्यों में तस्करी करने वाले कुख्यात गिरोह के दो सदस्यों को टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने डिंडोरी और उत्तर प्रदेश के अयोध्या से गिरफ्तार किया है पकड़े पकड़े गए गिरोह के सदस्य बाघों का शिकार कर देश कीमती ख़ान और दांतों की तस्करी करते थे साथ ही दुर्लभ प्रजाति के लाखों रुपए की कछुआ की ट्रेन से तस्करी करने का गोरख धंधे वर्षों से कर रहे थे सूचना के बाद नवरात्र परम जबलपुर और भोपाल की गठित टीमों ने दोनों आरोपियों को दबोच लियाl
जानकारी अनुसार राजा खरे टाइगर स्ट्राइक फोर्स इंचार्ज ने बताया कि भोपाल एवं अधिनस्थ क्षेत्रीय इकाई जबलपुर एवं नर्मदापुरम के द्वारा कार्यवाही करते हुये डिन्डोरी मध्यप्रदेश एवं राज्य के बाहर अयोध्या उ.प्र. से 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
ज्ञात है कि पूर्व में वन अपराध वन्यप्राणी बाघ का शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी का पर्दाफाश करते हुये टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर के द्वारा 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है तथा 1 अन्य आरोपी विगत 6 माह से फरार था जिसे डिन्डोरी म.प्र. से गिरफ्तार किया हैं। अन्य प्रकरण दुर्लभ प्रजाति के कछुये (इंडियन टेन्ट टर्टल्स) की ट्रेन से तस्करी वाले प्रकरण में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसी कड़ी में विगत 3 माह से फरार अन्य आरोपी को अयोध्या उ.प्र. से गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय नर्मदापुरम के समक्ष पेश किया गया।
वन्यप्राणी बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की अंतराज्जीय तस्करी के प्रकरण में संगठित बावरिया गिरोह के 1 अन्य आरोपी को केन्द्रीय जेल चन्द्रपुर महाराष्ट्र से प्रोडक्शन वारंट पर माननीय न्यायालय नर्मदापुरम के समक्ष पेश किये जाने के बाद रिमांड पर लिया गया l जांच के दौरान आरोपी से बाघ के शिकार एवं उससे अवयवों में लिप्त गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध मे विस्तृत पूछताछ की गई एवं आरोपी को तमिलनाडू राज्य में बाघ के शिकार वाले स्थान पर ले जाकर आवश्यक कार्यवाही की गई। उक्त प्रकरण में पूर्व में कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय तस्कर कल्ला बावरिया को गिरफ्तार किया था। जिसके विरूद्ध भारत एवं नेपाल राष्ट्र में बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी के कई प्रकरण दर्ज है।
सभी आरोपियों पर वन्यजीव अधिनियम 1972 यथा संशोधित 2022 की विभिन्न सुसंगत धाराओं में 3 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये। प्रकरण में गिरोह के अन्य आरोपियों के संलिप्त होने के साक्ष्य प्राप्त हुए है तथा प्रकरण में अग्रिम विवेचना जारी है।