जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

डोनेट स्किन से तीन लोगों को मिला नया जीवन

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जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में कुछ दिन पहले शुरू हुए स्किन बैंक के सफल परिणाम सामने आए हैं। एक मरीज के द्वारा डोनेट की गई स्किन का सफल प्रत्यारोपण जबलपुर के तीन मरीजों पर किया गया है।
जानकारी के अनुसार मेडिकल अस्पताल के स्किन बैंक में स्टोर स्किन के जरिए तीन मरीजों को नया जीवन दिया गया है। अस्पताल में भर्ती बर्न इंजुरी के तीन मरीजों को ये स्किन लगाई गई। प्रदेश में पहले सरकारी अस्पताल में खोले गए स्किन बैंक में कुछ दिन पहले ही एक परिवार के लोगों ने अपने परिजन की स्किन दान की थी।
कौन कर सकता है डोनेट
कोई भी इंसान यह फार्म भरकर कि मृत्यु के बाद उसकी स्किन दान करना चाहता है, वो स्किन दान कर सकता है।उसकी मृत्यु के बाद परिजन उसकी स्किन दान के लिए मेडिकल ले जा सकते हैं। किसी की भी स्किन, किसी व्यक्ति को लगाई जा सकती है-डोनर यानी दान करने वाले की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए 100 साल का व्यक्ति भी स्किन डोनेट करना चाहता है, तो कर सकता है। स्किन ट्रांसप्लांट के लिए समान ब्लड ग्रुप होने की जरूरत नहीं होती। जेंडर की परवाह किए बिना कोई भी व्यक्ति स्किन डोनेट कर सकता है।
ये होता है प्रोसेस
– बैंक में 5 साल स्टोर रखी जा सकती है स्किन
– 12 घंटे में निकालनी होती है स्किन
– 24 घंटे में भी निकाली जा सकती है स्किन अगर बॉडी फ्रीजर में रखी हो
यह है स्थिति
– 300 के लगभग बर्न केस मेडिकल आते हैं सालाना
– 140-150 के लगभग गंभीर रूप से जले मरीजों की हो जाती है मौत
– 500 के लगभग एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल मरीज आते हैं सालाना
– 150 के लगभग मरीज स्किन लॉस के
ये होती है प्रक्रिया
सबसे पहले डोनर का एचआइवी, हेपेटाइटिस बी और सी, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन का टेस्ट करने के लिए ब्लड सैम्पल लिया जाता है। सभी टेस्ट निगेटिव आते हैं तभी डोनर की स्किन का डोनेशन प्रोसेस शुरू किया जाता है। स्किन डोनेशन के लिए शरीर में जांघ, पैर और पीठ को चुना जाता है। शरीर के उक्त हिस्से पहले बीटाडीन से साफ किया जाता है। स्किन को एक स्पेशल इंस्ट्रूमेंट डर्मेटोम से निकाला जाता है। पूरी प्रक्रिया में लगभग 30-45 मिनट का समय लगता है।
तीन मरीजों को डोनेट स्किन लगाई गई है, यह पहली बार हो रहा मेडिकल में। हम चाहते हैं यह प्रक्रिया लगातार चलती रहे, लोग जागरूक होकर स्किन डोनेट करें।
डॉक्टर पवन अग्रवाल, स्किन बैंक प्रमुख एवम प्लास्टिक सर्जन

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