सरसंघचालक मोहन भागवत का जबलपुर में तीन दिन प्रवास:महाकौशल प्रांत के विभिन्न पदाधिकारी से बैठक
10 नवंबर को प्रबुद्ध जनों के साथ संवाद
जबलपुर, यश भारत। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत नियमित प्रवास क्रम के तहत रात करीब आठ बजे जबलपुर पहुंचे। वे चित्रकूट से यहां आए हैं। उन्होंने संघ कार्यालय केशव कुटी में रात्रि विश्राम विश्राम किया। जहां संघ के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे इसके अलावा केशव कुटी में शुक्रवार की सुबह से ही बैठकों का दौरा शुरू हो गया था। जहां डॉक्टर मोहन भागवत ने अलग-अलग प्रकल्पों और संगठनों से जुड़े हुए लोगों के साथ चर्चा की हालांकि किन पदाधिकारी के साथ किन बिंदुओं पर चर्चा की गई है इसको लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा कोई भी औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन डॉक्टर मोहन भागवत का यह प्रवास महत्वपूर्ण है क्योंकि वह तीन दिनों तक जबलपुर में रहने वाले हैं और इस दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मंथन किया जाएगा। हालांकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रवास की व्यवस्था रहती है जिसमें संघ से जुड़े हुए लोग समय-समय पर अलग-अलग स्थान पर प्रवास करते रहते हैं और विभिन्न बिंदुओं पर मंथन करते हैं।
विभिन्न बैठकों में होंगे शामिल
डॉ मोहन भागवत आठ और नौ नवंबर को महाकोशल प्रांत के विभिन्न दायित्व वाले पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकों में हिस्सा लेंगे। संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर आयोजन और संघ से जुडी गतिविधियों के संबंध में भी बैठक लेंगे। वे प्रांत के 34 जिला, दस विभाग व नगर और महानगर प्रचारकों से चर्चा भी करेंगे। इस दौरान डा. भागवत गौरीघाट के स्वयं सेवकों द्वारा लगाई जा रही शाखा में भी पहुंचेंगे। 10 नवंबर को जबलपुर के प्रबुद्ध वर्ग के मध्य डा. मोहन भागवत व्याख्यान भी देंगे। इस दौरान उनके द्वारा जो उद्बोधन दिया जाएगा वह महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसके पहले चित्रकूट में उन्होंने धर्म और संतों की रक्षा के लिए आगे आकर काम करने का अपना विचार सामने रखा था। ऐसे में प्रबुद्ध जनों के बीच में डॉक्टर मोहन भागवत क्या बात करते हैं। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आगे की रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है । क्योंकि स्वयंसेवक संघ तात्कालिक बिंदुओं पर चर्चा न करके अपनी आगामी नीतियों और उसके विस्तार को लेकर ही काम करता है।