नवमीं और ग्यारहवीं के नतीजों की समीक्षा-गांव के स्कूलों ने दिग्गज स्कूलों को रिजल्ट 100 फीसद देकर पछाड़ा
माडल स्कूल के 98 प्रतिशत रहा रिजल्ट
जबलपुर,।
बोर्ड परीक्षा से पहले नवमीं और ग्यारहवीं के नतीजों की समीक्षा शुरू हो गई है। नवमीं का जिले में औसत 47 प्रतिशत और ग्यारहवीं का 72 प्रतिशत रिजल्ट रहा। इसमें 2486 विद्यार्थी पूरक आए है। हैरानी की बात ये है कि गांव के स्कूलों ने शहरी शालाओं को नतीजों में पीछे छोड़ दिया है। गांव की शालाओं में जहां सबसे खराब रिजल्ट भी दिखा वहीं कुछ स्कूलों ने 100 प्रतिशत रिजल्ट देकर चौका दिया। जिले के शासकीय माडल स्कूल तक का रिजल्ट 98 प्रतिशत में आकर सिमट गया।
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सबसे खराब इनका-
नवमीं- शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बोरिया पाटन के इस विद्यालय में रिजल्ट सिर्फ दस प्रतिशत आया। यहां 71 विद्यार्थी थे जिसमें सात ही उत्तीर्ण हुए है। 13 विद्यार्थियों को पूरक आई है।
ग्यारहवीं- शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला पड़वार में 18 प्रतिशत रिजल्ट आया है। यहां 56 विद्यार्थी थे जिसमें 10 ही उर्त्तीण हुए है। पांच विद्यार्थियों को पूरक आया है।
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शत प्रतिशत रिजल्ट-
कक्षा नवमीं- हाई स्कूल लोहतरी कुंडम में शत प्रतिशत परिणाम रहा है। यहां 27 विद्यार्थी थे सभी पास हो गए है। इसके अलावा शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रमखिरिया में 19 विद्यार्थी थे वे सभी पास हो गए है।
ग्यारहवीं- शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टेमरभीटा में शत प्रतिशत परिणाम आया है। विद्यालय में 25 विद्यार्थी थे ये सभी उत्तीर्ण हुए है।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलपुरा में भी शत प्रतिशत परिणाम आया है यहां 30 विद्यार्थी थे ये सभी उत्तीर्ण हुए है।
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उत्कृष्ठ माडल का हाल-
पं.लज्जा शकर झा शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में कक्षा नवमीं को 98 प्रतिशत रिजल्ट आया है यहां विद्यार्थी फेल नहीं हुए है । नवमीं में 237 विद्यार्थी थे इसमें 231 उत्तीर्ण हुए है। वहीं कक्षा ग्यारहवीं में 265 विद्यार्थी थे जिसमें 256 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है। औसत रिजट 97 प्रतिशत आया है।
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जिले के औसत रिजल्ट-
नवमीं- 31118 विद्यार्थी थे इसमें 20424 शामिल हुए। इसमें 9555 परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। 1583 विद्यार्थियों केा पूरक आया। कुल 47 प्रतिशत परिणाम रहा।
ग्यारहवीं- 9377 विद्यार्थी थे। 9240 परीक्षा में शामिल हुए। इसमें 6639 उत्तीर्ण हुए। 903 को पूरक आई। कुल 72 प्रतिशत रिजल्ट रहा।
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वर्जन..
परीक्षा परिणामों की आंकड़ा संकलित कर शिक्षा विभाग को भेजा रहा है। पूरक विद्यार्थियों की संख्या आने के पश्चात ही उनकी परीक्षा कार्यक्रम की तैयारी होगी। खराब परिणाम जिन विद्यालयों के है उनकी समीक्षा होगी।
अरविंद अग्रवाल, परीक्षा समन्वयक, जिला शिक्षा अधिकारी