लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने सिंधु नेत्र सेवा शिविर का किया दौरा,
सैकड़ों लोगों को मिला निशुल्क उपचार

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने सिंधु नेत्र सेवा शिविर का किया दौरा,
सैकड़ों लोगों को मिला निशुल्क उपचार
जबलपुर यश भारत। सिंधु नेत्र सेवा शिविर का 46वां विशाल निशुल्क नेत्र शिविर इस वर्ष भी सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। शिविर के महासचिव हरीश ने बताया कि सिंधु नेत्रालय पिछले 1990 से गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए निशुल्क नेत्र चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। इस शिविर में अब तक हजार से अधिक मरीजों की जांच की जा चुकी है और अगले दो-तीन दिनों में लगभग 300 से 400 सर्जरी की जाने की योजना है।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने शिविर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आयोजकों की सराहना की। मंत्री ने कहा, सिंधु नेत्रालय गरीब और वंचित वर्ग के लिए एक मिसाल है। यह सेवा कार्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है।
महासचिव हरीश ने बताया कि सिंधु नेत्रालय साल भर फ्री सर्जरी करता है। पिछले साल 400 सर्जरी की गई थीं और इस बार भी यह संख्या पार होने की उम्मीद है। शिविर में भोपाल से आए डॉक्टर मधु चंचलानी, मलीना खत्री और डॉक्टर कमला आडवाणी जैसे अनुभवी सर्जन लगातार मरीजों की सर्जरी कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में पहुंच रहे मरीज
शाहपुरा और डिंडोरी जैसे दूर-दराज के गांवों से आए मरीजों ने शिविर की व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। गौरीघाट में सर्जरी कराने वाली गीता बाई ने कहा, यहां का इंतजाम बहुत अच्छा है। हमें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। सब कुछ निशुल्क और सहज तरीके से किया गया। हम इस सेवा के लिए सिंधु नेत्रालय को आशीर्वाद देते हैं। हर साल मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित इस शिविर के लिए दूर-दराज के ग्रामीण पूरे साल इंतजार करते हैं। पुराने और सुदूर गांवों से ऐसे लोग पहुंचते हैं, जो आर्थिक तंगी के कारण अन्यत्र इलाज नहीं करा सकते।
इस वर्ष अब तक 73 सर्जरी की जा चुकी हैं और शिविर के अगले चरण में यह संख्या और बढ़ने की संभावना है। शिविर के आयोजकों ने बताया कि उनका उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है।
सिंधु नेत्रालय का सेवा भाव बना प्रेरणा
लगातार 34 वर्षों से गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए निशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने वाले सिंधु नेत्रालय की पहचान समाज में सेवा और समर्पण के लिए है। यह शिविर समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और कमजोर वर्ग के लोगों को राहत प्रदान करने का प्रयास करता है।