डूबने की कगार पर तिलवारा का पुराना पुल ,तक पर तैनात पुलिस फोर्स, वहीं दोपहर एक बजे तक बरगी बांध के चार गेट और खोले जायेंगे,
तेरह गेट से छोड़ा जायेगा 1 लाख 12 हजार क्युसेक पानी.
जबलपुर,यश भारत।नर्मदा नदी का जलस्तर बढऩे से ग्वारीघाट तट पर स्थित ज्यादातर मंदिर डूब गए। पुरोहितों और पूजन सामग्री बेचने वालों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। पुलिसकर्मियों ने तट पर आने वालों के वाहनों को पहले ही रोक दिया।इसी प्रकार तिलवाराघाट का छोटा पुल डूब गया है। शनि मंदिर और विसर्जन कुं ड तक पानी पहुंंचने से तट के दोनों पहुंचमार्गों पर पुलिस तैनात है।
रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने आज रविवार की दोपहर इसके चार और स्पिल-वे गेट खोले जायेंगे तथा जल निकासी की मात्रा बढाकर तेरह गेटों से 1 लाख 12 हजार 160 क्युसेक पानी की निकासी की जायेगी ।
कार्यपालन यंत्री ने बताया कि बांध में वर्तमान में 4 हजार 523 क्युमेक पानी की आवक हो रही है । परियोजना प्रशासन ने बांध के जलस्तर को नियन्त्रित आज रविवार 4 अगस्त की दोपहर 1 बजे जल निकासी की मात्रा बढाने का निर्णय लिया है । इसके लिये बांध के चार जलद्वार और खोले जायेंगे तथा कुल 13 गेटों से 3 हजार 176 क्युमेक ( 1 लाख 12 हजार 160 क्युसेक ) पानी की निकासी की जायेगी । सभी तेरह गेटों को औसतन 1.96 मीटर ऊंचाई तक खोला जायेगा । अभी बांध के 1.72 मीटर औसत ऊंचाई तक खुले नौ गेटों से 76 हजार 986 क्युसेक ( 2 हजार 180 क्युमेक ) पानी छोड़ा जा रहा है । बांध के स्पिल-वे गेटों से जल निकासी की मात्रा इसमें पानी की आवक को देखते हुये कभी भी और बढ़ाई जा सकती है अथवा घटाई जा सकती है । उन्होंने बताया कि बांध के गेटों से जल निकासी की मात्रा बढाने से नर्मदा के घाटों पर वर्तमान जलस्तर से 8 से 10 फुट की और बढ़ोतरी होगी । श्री सूरे ने निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया है ।