
श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने हाथों में ले ली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) के आदेश के बाद NIA ने औपचारिक रूप से मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 नागरिकों की जान चली गई थी, जिससे पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है।
जांच प्रक्रिया तेज:
NIA की टीमें, जो पहले से ही घटनास्थल पर मौजूद थीं, ने अब सबूतों की तलाश और गवाहों से पूछताछ की प्रक्रिया तेज कर दी है। एजेंसी का लक्ष्य इस आतंकी हमले के पीछे मौजूद साजिश और इसमें शामिल सभी लोगों का पता लगाना है।
कपिल सिब्बल की विशेष सत्र की मांग:
इस बीच, राज्यसभा के स्वतंत्र सांसद कपिल सिब्बल ने इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह दुख की घड़ी है और देश की एकता प्रदर्शित करने के लिए संसद में इस पर विचार-विमर्श होना आवश्यक है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से सरकार से मई में जल्द से जल्द विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया है।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी:

पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस भी हरकत में आ गई है और स्थानीय आतंकवादियों व उनके समर्थकों के खिलाफ व्यापक अभियान चला रही है। अनंतनाग जिले में अब तक 175 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा बलों ने कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में छह आतंकवादियों के घरों को भी ध्वस्त कर दिया है।
नियंत्रण रेखा पर तनाव:
पहलगाम हमले के बाद नियंत्रण रेखा (LOC) पर भी तनाव बढ़ गया है। लगातार तीसरे दिन पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
पर्यटन पर गहरा प्रभाव:
इस आतंकी हमले का सीधा असर कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। कश्मीर होटल एसोसिएशन के अनुसार, पहलगाम की घटना के बाद लगभग 80% पर्यटक बुकिंग रद्द हो गई हैं, जिससे उद्योग को भारी नुकसान हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निंदा:
ईरान के राष्ट्रपति और एफबीआई निदेशक सहित कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है और भारत को अपना पूर्ण समर्थन दिया है।
पहलगाम में हुए इस कायराना हमले की जांच NIA द्वारा तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है, जबकि राजनीतिक स्तर पर भी इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श की मांग उठ रही है। सुरक्षा बल क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।