कुर्सी पर बैठा हमारा सिस्टम….. पोल खोलता वीडियो… चिताओं को जलाने के लिए हर रोज चादर का सहारा

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश का विकास गांवों से है, यहां विकास की धारा बहेगी तो शहर मजबूत होंगे। पर लाख कोशिशों के बाबजूद गांवों में विकास पहंुचा ही नही है। यह ऐसे ही नहीं बोला जा रहा है, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जो मंगेली ग्राम पंचायत नारायणपुर का बताया जा रहा है। वीडियो में बरसात में एक चिता को जलाने के लिए ग्रामीण चादर से संघर्ष करते दिख रहे हैं। नारायणपुर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कहना है कि चिताओं को जलाने के लिए हर रोज बरसात के समय ऐसे ही जददोजहद करनी पड़ती है। गांव के सरपंच से लेकर और सफेद कुर्ता पहने नेताओं के अनेक बार दरबार में जाने के बाद भी श्मशान में मूलभूत सुविधाओं को सुधारा नहीं गया है। ग्रामीण कहते हैं किसी के यहां मौत हो जाती है तो उसका परिवार सबसे ज्यादा बरसात के मौसम में परेशान रहता है। वह जाने वाले व्यक्ति का दुख भूलकर इस व्यवस्था में जुट जाता है कि चिता को कैसे जलाया जाएगा।
गांव में 250 लोग निवास करते हैं पर रोड तक नहीं है
नारायणपुर के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक टीस है सबका कहना है कि ऐसा क्या कसूर उनने कर दिया कि इस गांव में मरने के बाद भी शव को सुकून नहीं मिलता। कितनी जददोजहद के बाद एक शव का अंतिम संस्कार हो पाता है। गांव में अन्य विकास की बात करें तो यहां सड़क तक नहीं है, घुटने भर पानी से होकर लोगों को घर तक पहंुचना पड़ता है।
हिम्मत हार चुकी है, सुनने वाले भी बहरे हो गए
नारायणपुर ग्रामीणों का कहना है कि सालों से गांव विकास को तरस रहा है, लोगों की हिम्मत हार चुकी है, और सुनने वाले भी बहरे हो चुकें है। शिकायत से लेकर आवेदन देकर ग्रामीण थक चुकें है परंतु गांव का विकास सिर्फ कागजों में हो रहा है। प्रत्येक जिम्मेदार का कहना रहता है कि वह जल्द ही इस गांव की सूरत बदलेंगे परंतु ग्रामीण उस दिन के इंतजार में है कि वह दिन कब आएगा।