मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा जारी : सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित

नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के मानसून सत्र में मणिपुर मुद्दे पर हंगामा जारी है। सरकार मणिपुर हिंसा पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष प्रधानमंत्री द्वारा संसद में बयान देने की मांग पर अड़ा है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई है। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा में भी विपक्ष के हंगामे के बीच कार्यवाही जारी है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा ने संसद भवन में संसदीय बोर्ड की बैठक की. इस बैठक में पीएम मोदी सहित सभी केंद्रीय मंत्री और लोकसभा व राज्यसभा के सांसद मौजूद रहे। जबकि संसद में मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष रणनीति बनाने में जुटा है। इसी के तहत मंगलवार को विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के चैंबर में बैठक की।
मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए 11 राज्यसभा सांसदों ने दिया स्थगन प्रस्ताव
मणिपुर मुद्दे पर राज्यसभा में चर्चा के लिए 11 सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव दिया है। जिन सांसदों ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया है, उनमें राघव चड्ढा, के केशव राव, केआर सुरेश रेड्डी, जोगिनीपल्ली संतोष कुमार, बाडगुला लिंगैया यादव, रंजीत रंजन, मनोज झा, सैयद नसीर हुसैन, तिरुची शिवा, इमरान प्रतापगढ़ी और राजीव शुक्ला का नाम शामिल है।
इसी बीच सरकार ने संकेत दिया है कि अगर एक दो दिन में बीच का रास्ता नहीं निकलता को इसी सप्ताह से जरूरी विधेयकों को पारित कराने का सिलसिला भी शुरू किया जाएगा। विपक्ष के हंगामे के बीच ही सोमवार को करीब आधे घंटे तक प्रश्नकाल चला। इसके बाद सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेंद्र सिंह ने डीएनए प्रौद्योगिकी विनियमन बिल वापस लिया। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय नर्सिंग और प्रसूती विद्या आयोग विधेयक और राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक पेश किया, जबकि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने संविधान अनुसूचित जातियां आदेश संशोधन विधेयक पेश किया।