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नहीं हो रहे ऑनलाइन चालान, करोड़ का सिस्टम खा रहा धूल: बंद पड़ा इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर

चलानो में 19 करोड़ रुपयों में से 6 करोड़ रुपयों की होपाई वसूली 13 करोड़ रुपयों की पेंडेंसी आर्थिक तंगी के चलते नहीं हो पा रहा नया टेंडर भोपाल से अटका है सेंटर का भुगतान

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जबलपुर यश भारत। स्मार्ट सिटी द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम नगर निगम के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में लगाया हुआ था । लेकिन पिछले कुछ महीनो से यह पूरा सेंटर बंद पड़ा है और करोड़ों की व्यवस्थाएं धूल खा रही हैं। कारण है इस केंद्र को संचालित करने वाली कंपनी का ठेका समाप्त हो जाना और अब पुराने लंबित भुगतानों के चलते नए टेंडर के लिए आवश्यक फंड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। जिस कारण चौराहों पर लगे कैमरा से होने वाला ऑनलाइन ई-चालान भी बंद पड़ा है जिसके चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था की कमर टूट रही है।

70: 30 का है रेशों

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा जो ट्रैफिक नियम उल्लंघन के चालान काटे जाते हैं वह ट्रैफिक पुलिस को भेज दिए जाते हैं और फिर ट्रैफिक पुलिस उन्हें अलग-अलग माध्यम से सर्व करती थी। जिनका भुगतान एमपी ऑनलाइन के माध्यम से होता है जिसमें चालान की राशि का 70% हिस्सा स्मार्ट सिटी के पास जाता है और 30% हिस्सा ट्रैफिक पुलिस के पास जाता है। जब से यह सिस्टम लागू हुआ है उसके बाद से लगभग 19 करोड़ के चालान काटे गए थे जिसमें से मात्र 6 करोड़ की वसूली हो पाई है और शेष 13 करोड़ की राशि पेंडिंग पड़ी हुई है।

नहीं मिल भुगतान

इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो 6 करोड़ रुपए की बसूली चालान के माध्यम से हुई थी जिसमें से 70% स्मार्ट सिटी जबलपुर को मिलना था वह राशि भी विभागीय पेच में फसी हुई है। जिसके चलते इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर का संचालन नहीं हो पा रहा है। पैसों के भुगतान न होने के चलते नया टेंडर नहीं जारी किया गया है और पुरानी कंपनी ने अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद काम पूरी तरह से बंद कर दिया है।

दिखने लगा था असर

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट केंद्र द्वारा जब शहर के विभिन्न चौराहों से सिग्नल जंप, हेलमेट और गलत पार्किग को लेकर चालान काटे जा रहे थे तो इसका असर शहर के ट्रैफिक पर दिखने लगा था और चालान पहुंच जाने के बाद वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करते नजर आ रहे थे । केंद्र बंद हो जाने के बाद अब धीरे-धीरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और जनता का ट्रैफिक सेंस पुराने दौर पर लौट रहा है।

 

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर को लेकर कुछ तकनीकी समस्याएं हैं। जिसे जल्द ही निपटा लिया जाएगा और आने वाले समय में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सेंटर फिर से काम करेगा और शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करेगा।

अनुराग सिंह
सीईओ स्मार्ट सिटी जबलपुर

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