जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल,
26 जनवरी 2025 पर बंधियों की रिहाई का ऐलान

जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल,
26 जनवरी 2025 पर बंधियों की रिहाई का ऐलान
जबलपुर, यश भारत। जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल में 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक बार फिर बंधियों की रिहाई की परंपरा निभाई जाएगी। जेल प्रशासन ने जानकारी दी है कि इस बार 1 महिला और 10 पुरुष कैदियों को शासन के माफी प्रावधान के तहत रिहा किया जाएगा। इन कैदियों ने कारावास के 14 वर्ष पूरे कर लिए हैं। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के अनुसार, सुबह 10 बजे रिहाई प्रक्रिया शुरू होगी। पहले यह रिहाई केवल 15 अगस्त और 26 जनवरी को की जाती थी। लेकिन अब शासन ने इसे बढ़ाकर 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) और 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) पर भी लागू कर दिया है।
महाकौशल क्षेत्र के कैदियों को मिलेगा आजादी का तोहफा
रिहाई पाने वाले सभी कैदी जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र से हैं। इनमें से अधिकांश कैदी आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं। ऐसे में कुछ कैदी, जिनकी सजा पूरी हो चुकी थी लेकिन जुर्माना नहीं भर पाने के कारण रिहा नहीं हो पाए थे, उन्हें एनजीओ की मदद से जुर्माना भरकर आज़ादी दी जाएगी।
महिलाओं और पुरुषों को मिला औद्योगिक प्रशिक्षण,
जेल में बंदियों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित किया गया है। महिलाओं के लिए ब्यूटी पार्लर, भोजन व्यंजन, सिलाई-कढ़ाई जैसे कोर्स कराए गए, वहीं पुरुषों के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण, पॉलिटेक्निक और आईटीआई से संबंधित कौशल विकास के कार्यक्रम आयोजित हुए। इन कार्यक्रमों से प्रशिक्षित बंदियों को रिहाई के समय उनके काम का पारिश्रमिक भी दिया जाएगा।
जेल प्रशासन का संवेदनशील प्रयास
जेल प्रशासन का यह कदम केवल बंधियों को आज़ादी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें समाज में पुनः स्थापित करने और आत्मनिर्भर बनाने की ओर भी बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण प्रयास है। गणतंत्र दिवस के इस खास अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल एक बार फिर मानवता और पुनर्वास की मिसाल पेश करेगा।