रीवा| रीवा में दो भाइयों ने नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर बहन के प्रेमी की हत्या कर दी। प्रेम प्रसंग में हुई हत्या में आरोपियों ने पहले तो युवक की रैकी की। फिर मौका मिलते ही उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसकी लाश को घटना स्थल से 15 किलोमीटर दूर ले जाकर ठिकाने लगा दिया। मृतक हर्षित के पिता के मुताबिक बेटा घर से पूजा पंडाल जाने का कहकर निकला था।
बता दें, पुलिस ने आरोपी को बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का ओपचारिक खुलासा कर दिया l
पुलिस के मुताबिक हर्षित सिंह का आरोपी सत्यम रावत और प्रदीप रावत की बहन के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जो आरोपियों को नागवार था। पहले तो आरोपियों ने हर्षित सिंह को समझाने की कोशिश की। कई बार उसे रास्ते पर रोककर बहन से दूर हो जाने को कहा। हर्षित और आरोपियों के बीच कई बार वाद-विवाद की स्थिति भी बनी। जिसकी शिकायत दोनों पक्षों में से किसी ने थाने में नहीं दर्ज करवाई। जब हर्षित ने आरोपियों की बात नहीं मानी तो तीनों ने मिलकर उसके हत्या की साजिश रची। तीनों आरोपियों ने 1 हफ्ते तक आपस में बातचीत कर हत्या की प्लानिंग की। तीनों ने वारदात को अंजाम देने के लिए नवरात्रि का समय चुना।कड़े से सिर पर कई वार किए, फिर गला दबाकर मार डाला
आरोपियों ने पहले तो खेत के पास बुलाकर हर्षित को जमकर पीटा। हाथ में पहने कड़े सिर पर कई वार किए। फिर एक आरोपी ने हर्षित का मुंह दबा लिया। ताकि वो शोर ना कर पाए। एक आरोपी ने उसका गला दबाया तो एक अन्य ने उसकी छाती दबा ली। आरोपियों ने उसे तब तक नहीं छोड़ा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। मारने के बाद आरोपियों ने हर्षित की सांस चेक की। सांस बंद हो चुकी थी। लेकिन फिर भी मन नहीं भरा तो उसके सिर को पैरों से कुचल दिया। आरोपियों ने हर्षित को मारने के बाद ‘बदला पूरा हो गया’ कहकर जश्न मनाया।
प्रदीप रावत ने पुलिस को बताया कि मैंने उसे अपने हाथों से उसे तड़पा-तड़पा कर मारा। तब जाकर मेरे कलेजे को चैन आया। कई बार समझाया था कि मेरी बहन का पीछा छोड़ दे, नहीं तो तुझे एक दिन भारी पड़ेगा। लेकिन उसे सब कुछ मजाक लग रहा था। उसने मेरी बहन को झांसे में लेने की कोशिश की। कुछ समय के लिए मेरी बहन उसकी बातों में पड़ गई। लेकिन जब उसने हर्षित से दूर होने की कोशिश की तो वो उसे परेशान करने लगा।
ब्रेकअप के बाद भी उसे लगातार धमकी देता रहा। वो मेरी बहन को कहता था कि तेरी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा। तुझे और किसी की होने नहीं दूंगा। मैं जो बोलूंगा और जैसे बोलूंगा तुम्हें वैसा ही करना पड़ेगा। मुझसे ये सब देखा नहीं जा रहा था। पुलिस में रिपोर्ट करते तो थाने में आना-जाना होता। आस-पास के लोग ताने मारते। इसलिए उसी वक्त तय कर लिया था कि इसे रास्ते से हटा दूंगा। जब तक हाथों से तड़पा कर नहीं मारूंगा। मुझे चैन नहीं मिलेगा।
आरोपी सत्यम रावत ने पुलिस को बताया कि हमारे अंदर बदले की आग जल रही थी। हर हाल में हमें उससे बदला लेना था। उसने हमारे घर की इज्जत और हमारी बहन के साथ गलत करने की कोशिश की।
आरोपी सत्यम रावत ने पुलिस को बताया कि हमारे अंदर बदले की आग जल रही थी। हर हाल में हमें उससे बदला लेना था। उसने हमारे घर की इज्जत और हमारी बहन के साथ गलत करने की कोशिश की। हमने उसे गला दबाकर मार दिया। वो तड़पता रहा और हाथ-पैर मारता रहा। हम उसे देखकर खुश होते रहे। वो मर गया था लेकिन फिर भी हमने 10 मिनट तक उसका गला दबाया। फिर उसे गालियां दी, तब जाकर कहीं हमारे दिल को सुकून मिला।
हर्षित के पिता ने बताया कि बेटा घर से 8 अक्टूबर को पूजा पंडाल में जाने का कहकर निकला था। लेकिन फिर घर लौटकर नहीं आया। अगले दिन शाम को पता चला कि उसकी हत्या कर दी गई है। लाश बैकुण्ठपुर में पड़ी होने की सूचना मिली। हमें उसके प्रेम प्रसंग या विवाद के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हत्यारों ने मेरे बेटे को तड़पाकर मारा है।