भोपालमध्य प्रदेश
कोलार-बैरागढ़ को मिलेगा आधुनिक सीवेज सिस्टम

कोलार-बैरागढ़ को मिलेगा आधुनिक सीवेज सिस्टम
– 155 करोड़ की परियोजना का सीएम ने किया भूमिपूजन
भोपाल यशभारत। राजधानी के विकास को एक और रफ्तार देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को कोलार और बैरागढ़ क्षेत्र में 155 करोड़ की लागत से बनने वाले सीवेज सिस्टम परियोजना का भूमिपूजन किया। यह परियोजना केंद्र सरकार की अमृत 2.0 योजना के तहत पूरी की जाएगी और नवंबर 2028 तक इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के पूरा होने पर लगभग डेढ़ लाख नागरिकों को आधुनिक सीवेज कनेक्शन की सुविधा मिलेगी जिससे इन क्षेत्रों में बढ़ती जनसंख्या के बीच स्वच्छता और बुनियादी संरचना को मजबूत आधार मिलेगा।

155 करोड़ से बदलेगी दो प्रमुख क्षेत्रों की तस्वीर
नई सीवेज परियोजना के तहत बैरागढ़ के 3 वार्ड (4, 5 और 6) तथा कोलार के 6 वार्ड (80 से 85) को जोड़ा जाएगा। कुल 20,000 घरों में सीवेज कनेक्शन दिया जाएगा। परियोजना में लाउखेड़ी में अत्याधुनिक एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) तैयार किया जाएगा, जबकि गुफा मंदिर, भैरवपुर, दीपड़ी, छाप और बर्रई में 5 पंपिंग स्टेशन स्थापित होंगे। सीएम ने कहा कि भोपाल के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों को अब योजनाबद्ध विकास की आवश्यकता है और यह परियोजना भविष्य के स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि सीवेज व्यवस्था मजबूत होने से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ नागरिक सुविधाएं भी बेहतर होंगी।
अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण किया
सीवेज परियोजना के भूमिपूजन के साथ ही मुख्यमंत्री ने राजधानी में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों का लोकार्पण और शुभारंभ किया। कटारा बर्रई में 29 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवीन विद्यालय का शुभारंभ किया गया, जिससे हजारों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा बंजारी क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये से बने नवनिर्मित स्टेडियम का भी लोकार्पण किया गया। स्टेडियम युवाओं को खेल प्रतिभा निखारने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगा। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यह स्टेडियम न सिर्फ खेल गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र में विकास को लेकर प्रतिबद्ध है।
विकास की नई माँगें भी रखी गईं
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने मुख्यमंत्री से 16 एकड़ जमीन पर रामलीला मैदान विकसित करने की मांग की, ताकि दशहरा सहित अन्य बड़े सांस्कृतिक आयोजनों को भव्य रूप से आयोजित किया जा सके। उन्होंने बताया कि कजलीखेड़ा थाना के लिए केबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है और इसकी जल्द शुरुआत की जानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कटारा क्षेत्र में दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर एक स्टेडियम बनाए जाने का सुझाव दिया, ताकि बच्चों और युवाओं को खेलकूद के लिए बेहतर वातावरण उपलब्ध हो सके।
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर बढ़ता भोपाल
अमृत 2.0 योजना के तहत शुरू की गई यह सीवेज परियोजना राजधानी के मूलभूत ढांचे को आधुनिक स्वरूप देगी। स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और बढ़ती आबादी को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह परियोजना भोपाल की जीवनशैली को अगले स्तर तक ले जाने में अहम भूमिका निभाएगी।







