
जबलपुर यश भारत। लंबे समय से कागजी प्रक्रिया में फंसा जबलपुर दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग का काम अब जल्द ही शुरू हो जाएगा। जिसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसमें पहले चरण का टेंडर जबलपुर से जबेरा के लिए 43.5 किलोमीटर का निकाला गया है, जिसका बेस प्राइस लगभग 300 करोड़ रखा गया है। जिसमें 10 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाना हैम इसके अलावा दूसरे फेस में जबेरा से कटंगी तक की सड़क का निर्माण किया जाएगा। जिसकी लंबाई 24 किलोमीटर है और तीसरा फेस 34 किलोमीटर का होगा जो की कटंगी से जबलपुर का होगा।
जबलपुर से कटंगी होगा फोर लेन
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करी गई है उसके मुताबिक जो तीसरा चरण है वह फोरलेन होगा, जो की दमोह नाका से शुरू न होकर कटंगी बाईपास से शुरू होने जा रहा है क्योंकि इसके पहले की रोड राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास ट्रांसफर नहीं करी गई है। जो कि नगर निगम के पास जाने वाली है जिसके चलते फोरलेन का निर्माण कटंगी बाईपास से होगा, जो की कटंगी तक जाएगा जिसमें तीन स्थानों पर बाईपास का भी प्रोविजन रखा गया है।
स्टेट हाईवे से हुआ है नेशनल हाईवे
इस सड़क को लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा 4 साल पहले ही घोषणा कर दी गई थी लेकिन यह रोड राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास नहीं थी जिसके चलते टेंडर प्रक्रिया शुरू होने में समय लगा। जैसे ही यह रोड स्टेट हाईवे अथॉरिटी से नेशनल हाईवे अथॉरिटी के पास गई है तो उसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है । दमोह से आगे जाकर यह सड़क ओरछा होते हुए जबलपुर को सीधे झांसी से जोड़ देगी ऐसे में दिल्ली जाने के लिए सागर से घूम कर नहीं जाना पड़ेगा।
दूसरे फेस में लगेगा समय
उक्त सड़क का निर्माण जिन तीन फेस में किया जा रहा है उसमें से दूसरे फेस में समय लग सकता है, क्योंकि जबेरा से कटंगी के बीच में संग्रामपुर का क्षेत्र पड़ता है जो की अभ्यारण का हिस्सा है ऐसे में वन विभाग की भूमि होने के चलते यहां पर सीमांकन का काम नहीं हो पाया है। जैसे ही वन विभाग से इस मामले में सीमांकन का कार्य पूरा हो जाएगा और उसकी तरफ से अधिग्रहण को लेकर हरि झंडी मिल जाएगी उसके बाद ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
जबलपुर दमोह सड़क को लेकर पहले फेस की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो की 27 मार्च को पूरी हो जाएगी और 28 मार्च को टेंडर ओपन हो जाएंगे। इसके बाद सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यह तीन चरणों में बनाई जाएगी जो की आने वाले 2 साल के अंदर पूरी हो सकती है।