Olympic Games Paris 2024 LIVE: पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला मेडल, जाने किस महिला खिलाड़ी ने ओलंपिक में दिलाया भारत को पहला मेडल??
जबलपुर यश भारत।मनु भाकर ने ओलंपिक में भारत को 12 साल बाद पदक दिलाया है। भारत को शूटिंग में आखिरी मेडल 2012 में मिला था। यह निशानेबाजी में भारत का 5वां मेडल है। राज्यवर्धन सिंह राठौड ने 2004 में सिल्वर, अभिनव बिंद्रा ने 2008 में स्वर्ण, 2012 में विजय कुमार ने चांदी और गगन नारंग ने कांस्य पदक जीता था।पेरिस ओलंपिक के दूसरे दिन भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने इतिहास रच दिया। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय शूटर बन गई हैं। उन्होंने फाइनल में कुल 221.7 प्वाइंट्स जुटाए।शुरुआत के पांच राउंड सीरीज के बाद मनु भाकर दूसरे स्थान पर थीं। वहीं, दूसरे पांच शॉट सीरीज के बाद भारतीय निशानेबाज तीसरे नंबर रही। वहीं, रमिता जिंदल 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में पहुंच गई हैं। रमिता का फाइनल मैच सोमवार को होगा।
मनु भाकर का फाइनल में स्कोर-
पहली 5 शॉट सीरीज- 10.6, 10.2, 9.5, 10.5, 9.6 दूसरी 5 शॉट सीरीज- 10.1, 10.3, 9.6, 9.6, 10.3 दूसरी 5 शॉट सीरीज- 10.5, 10.4, 9.8,9.8,9.9, 10.2, 10.1, 10.2, 10.1, 10.0, 10.1, 10.3
मनु भाकर का क्वालिफिकेशन राउंड-मनु भाकर 60 शॉट के क्वालिफाइंग राउंड में 580 प्वाइंट्स के साथ तीसरे पायदान पर रहीं। उन्होंने पहली सीरीज में 97, दूसरे में 97, तीसरे में 98, चौथे में 96, पांचवीं में 96 और छठी सीरीज में 96 अंक हासिल किए थे। महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में रिदम सांगवान भी मैदान में थी, लेकिन उन्होंने निराश किया। सांगवान 573 अंकों के साथ 15वें पायदान पर रहीं।
पिस्टल ने पिछली बार दिया था धोखा… इस बार किस्मत पर हो गईं हावी, जानिए कौन हैं मनु भाकर?
भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है. निशानेबाजी में मनु कोई भी मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गए हैं. मनु भाकर का यह मेडल का सफर आसान नहीं रहा है.यह मनु भाकर का दूसरा ही ओलंपिक है. उन्होंने पिछले यानी टोक्यो ओलंपिक 2020 में डेब्यू किया था, लेकिन 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन राउंड के दौरान उनकी पिस्टल खराब हो गई थी. इस कारण वो पिछली बार मेडल नहीं जीत सकी थीं. मगर इस बार मनु ने अपना पूरा जोर दिखाया और किस्मत पर हावी होते हुए मेडल पर निशाना साध दिया. इसके अलावा मिक्स्ड टीम 10 मीटर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भी वह पदक हासिल करने से चूक गई थी.
कई इवेंट्स में हिस्सा लेने वाली अकेली भारतीय एथलीट-पेरिस 2024 ओलंपिक शूटिंग प्रतियोगिता में 22 साल की मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. वह 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम से कई व्यक्तिगत स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाली एकमात्र एथलीट हैं.मनु ने 2023 एशियन शूटिंग चैम्पियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहने के बाद भारत के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक कोटा हासिल किया था. मनु भाकर ISSF वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय हैं. वह गोल्ड कोस्ट 2018 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कॉमनवेल्थ गेम्स की चैम्पियन भी हैं,
आंख में चोट के बाद बॉक्सिंग को छोड़ निशानेबाजी शुरू की –हरियाणा के झज्जर में जन्मीं मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी मुकाबलों में हिस्सा लिया. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली ‘थान टा’ नामक एक मार्शल आर्ट में भी भाग लिया. मुक्केबाजी के दौरान मनु के आंख पर चोट लग गई जिसके बाद उनका बॉक्सिंग में सफर खत्म गया. लेकिन मनु के अंदर खेलों को लेकर एक अलग जुनून था, जिसके चलते वह एक बेहतरीन निशानेबाज बनने में कामयाब रहीं.मनु ने 14 साल की उम्र में उन्होंने शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया, उस वक्त रियो ओलंपिक 2016 खत्म ही हुआ था. इसके एक हफ्ते के अंदर ही उन्होंने अपने पिता से शूटिंग पिस्टल लाने को कहा. उनके हमेशा साथ देने वाले पिता राम किशन भाकर ने उन्हें एक बंदूक खरीदकर दी और वो एक ऐसा फैसला था जिसने एक दिन मनु भाकर को ओलंपियन बना दिय