आईएएस नियाज़ खान ने उठाए देश के सिस्टम पर सवाल : कहा- सबकुछ अच्छा होता तो लेखक नहीं बनता
भोपाल, यशभारत। आईएएस नियाज खान एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार उन्होंने कहा कि यदि सबकुछ अच्छा होता तो वह लेखक नहीं बनते, आज लेखन होने की वजह से ही पहचान है।
खान ने कहा है कि हजारों लोग पूछ चुके हैं कि ऑफिसर होकर मैं लेखक कैसे बन गया? मुझे देश के सिस्टम ने लेखक बना दिया। सब कुछ अच्छा होता तो मैं लेखक क्यों बनता। आज लेखक होने से ही पहचान बन गई। अब 10वें नॉवेल की तैयारी है।
उन्होंने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म X पर सोमवार को पिछले 24 घंटों में किए ट्वीट में गोरों पर भी हमला बोला है। ट्वीट में खान ने लिखा कि नए वर्ष में हम सब प्रण लें कि गोरों की संस्कृति से दूरी बनाएंगे और पर्यावरण की रक्षा कर धरती मां को हरा भरा करेंगे। सिरिंज निडिल से जहाज तक सब गोरों की देन है, पर लोग गोरों की नकल कर के खुद को गोरा समझने लगे। इन्हें अपनी संस्कृति,अपने धर्म और अपनी वेशभूषा पर शर्म आती है। मैंने नकलखोर बॉलीवुड पर हमला किया तो इन नकली अंग्रेजों को कष्ट हुआ।