जबलपुरमध्य प्रदेश

नशे की भूख या फिर भूख का नशा, यह बचपन भी कैसा फंसा

किशोर गौतम

स्टेशन में यात्रियों से कहते हैं बहुत भूख लगी है साहब कुछ पैसे दे दो न… पंचर बनाने वाले सॉल्यूशन को सूघते हैं नौनिहाल

जबलपुर यश भारत/ मुझे बहुत भूख लगी है कुछ पैसे दे दो न साहब यह कहने के बाद बच्चे स्टेशन में यात्रियों के पैरों तले भी गिर जाते ऐसा ही इन दिनों मुख्य रेलवे स्टेशन जबलपुर में देखने को मिल रहा है जहां पर नौनिहाल बच्चे जहां तहां भीख मांगते हुए नजर आती है इन भीख मांगने वाले बच्चों की उम्र 4 से लेकर 15 साल तक होती है जिन बच्चों के हाथों में पेन कॉपी किताब होना चाहिए थी वह हाथ भीख के लिए फैल रहे हैं स्टेशन में भीख मांगते यह बच्चे यात्रियों के आगे पीछे चक्कर लगाते रहते हैं उल्लेखनीय है कि जबलपुर रेलवे स्टेशन पर बच्चों सहित भिखारियों की दिनों दिन बढ़ रही संख्या से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। पहले इनकी संख्या बहुत कम थी किंतु कुछ समय से इनकी भीड़ काफी संख्या में प्लेटफार्म व मुसाफिर खाना के आसपास देखी जा सकती है।जबलपुर रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों यात्रियों की आवाजाही रहती है। भिखारियों की बढ़ती तादाद के चलते रेल यात्रियों को काफी दिक्कतें होती हैं। सुबह से ही स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मो पर यह नौनिहाल भीख मांगने के लिए पहुंच जाते हैं और यात्रियों के पास जाकर उनसे भीख मांगते हैं यह बच्चे कभी खिड़की से हाथ फैलाए रहते हैं तो कुछ एसी डिब्बों में भी चढ़ जाते हैं। अगर कभी भिखारियों को विदेशी यात्री दिख गए तो ये उन्हें तब तक नहीं छोड़ते जब तक कि उनसे कुछ पैसे न ले लें। इसी प्रकार सर्कुलेटिंग एरिया के अलावा स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार, प्लेटफार्म पर जाने वाली सीढि़यों, फुट ओवरब्रिज पर ये अपना अड्डा जमाकर पैसे मांगते दिखाई पड़ते हैं।

नशे की हालत में भी बेसुध पड़े रहते हैं

स्टेशन में भीख मांगने वाले यह नौनिहाल बच्चे नशा के लिए पंचर बनाने वाले सॉल्यूशन को सूघते हैं
रेलवे सूत्रों ने बताया कि यह बच्चे पंचर बनाने वाले सोल्यूशन को रुमाल में लेकर मुंह से सूंघते
है जिसके नशे के कारण रेलवे स्टेशन में पड़े हुए भी दिखाई देते हैं सोल्यूशन के नशे में इतने अधिक बेहोश हो जाते हैं कि इनको कुछ भी होश नहीं रहता है यह छोटे-छोटे बच्चे जिनकी उम्र 10 से 15 साल रहती है नशे के आदि हो चुके हैं/

कटनी व इटारसी छोर पर कब्जा
जबलपुर रेलवे स्टेशन के इटारसी एवं कटनी छोर मैं इनका कब्जा रहता है जहां से प्लेटफार्म पर पहुंचने के बाद भीख मांगना शुरू कर देते हैं इटारसी छोर पर बने एक शेड के पास मानलो इन्होंने कब्जा ही कर रखा है/

कार्रवाई के बाद कुछ समय के लिए रहते हैं गायब
जबलपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन में लगातार अधिकारियों की बढ़ती भीड़ से यात्री जो परेशान है ही इसके साथ आरपीएफ एवं जीआरपी द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जाती है जिससे यह भिखारी बच्चे कुछ समय के लिए स्टेशन से गायब हो जाते हैं उसके बाद फिर स्थिति यथावत हो जाती है/

चलती गाड़ी में चढ़ते उतरते रहते हैं बच्चे
भीख मांगने आने वाली है बच्चे प्लेटफार्म तक सीमित नहीं रहते यह जबलपुर से गुजरने वाली गाड़ियों पर चढ़ते उतरते रहते हैं जिससे कभी भी कोई गंभीर वारदात होने से इनकार नहीं किया जा सकता है/

इनका कहना है …
सेल्यूशन मादक पदार्थ की श्रेणी में आता है बच्चा इसको एक दो बार सुघता है तो वह नशे की गिरफ्त में आ जाता है फुटपाथ में रहने वाले बच्चे इसका अधिक सेवन करते हैं उसके साथ ही यह कम कीमत में उपलब्ध हो जाता है/

डॉ रत्नेश कुरारिया
पूर्व  सीएमएचओ, जबलपुर
….
इस संबंध में कलेक्टर एवं नगर निगम से भी पत्राचार किया गया है अनेकों बार स्टेशन से ऐसे बच्चों को रेन बसेरा भी छुड़वाया गया है और समय-समय पर यह कार्रवाई चलती रहती है ऐसे बच्चों के पास रहने की सुविधा न होने के कारण स्टेशन आ जाते हैं/
मो.इरफान मंसूरी
आरपीएफ पोस्ट प्रभारी जबलपुर

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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