मरीज की फाइल लेने पहुंचे परिजनों से भिड़ा अस्पताल प्रबंधन .Bhandari Hospital case
दोपहर में हंगामे के बीच हुई हाथापाई
परिजनों ने कहा.. इलाज में बरती गई लापरवाही
भंडारी अस्पताल का मामला
जबलपुर,यशभारत। भंडारी अस्पताल में गुरूवार दोपहर नामदेव परिवार और अस्पताल प्रबंधन के लोगों के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते नौबत हाथापाई पर उतर आई और कुछ ही देर बाद अस्पताल में पुलिस पहुंच गई। इस दौरान एडवोकेट योगेश नामदेव ने यशभारत को बताया कि उनके पिता सतीश नामदेव को हार्ट में दिक्कत की वजह से विगत 26 जून को भंडारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी 30 को मौत हो गई थी। इसी को लेकर मरीज की फाइल अस्पताल प्रबंधन से मांगी जा रही थी जिसे देने से प्रबंधन इंकार कर रहा था। गुरूवार को जब परिजन फिर से फाइल लेने पहुंचे तो अस्पताल प्रबंधन के मैनेजर सहित अन्य लोगों ने श्वेता, सतीश नामदेव से हाथापाई कर दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला और परिजनों को फाइल उप्लब्ध कराई। परिजनों का आरोप है कि उनके पिता को इलाज के दौरान वो इंजेक्शन दिए गए जो सबसे गंभीर मरीज को दिए जाते थे जबकि उनके पिता स्वस्थ हो चुके थे।