हेल्पलाइन का नहीं हो पा रहा समाधान, फटकार का भी नहीं दिख रहा
प्रतिदिन होती है समीक्षा

हेल्पलाइन का नहीं हो पा रहा समाधान, फटकार का भी नहीं दिख रहा
प्रतिदिन होती है समीक्षा
जबलपुर यश भारत। सीएम हेल्पलाइन के लंबित मामलों को लेकर लगातार जबलपुर की रेटिंग खस्ताहाल बनी हुई है। जिसको लेकर कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा कई बार अधिकारियों की क्लास तक लगाई गई और उन्हें बैठकों से बाहर कर दिया गया लेकिन उसके बाद भी रैंकिंग सुधारने का नाम नहीं ले रही है जिसको लेकर एक बार फिर सोमवार को कलेक्टर द्वारा अधिकारियों को हिदायत दी गई । बैठक में गैर हाजिर रहे अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस भी थमा दिया गया।
मामले की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि कलेक्टर सी और दी श्रेणी में पड़े हुए हेल्पलाइन के मामलों को निपटाने के लिए रोज शाम को 5 बजे संबंधित विभाग के अधिकारियों को अलग से समय देते हैं और उसका निपटारा करते हैं, लेकिन उसके बाद भी रेटिंग में सुधार नहीं दिख रहा है। जिसके चलते हर टाइम लिमिट बैठक में अधिकारियों की क्लास लग रही है।
नहीं पहुंचे तो मिल गया नोटिस
हेल्पलाईन की एक-एक कर समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि, सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण प्राथमिकता से करें। इसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी। निम्न गुणवत्ता से बंद किये गये सभी शिकायतों को देखें, साथ ही 50 दिन से अधिक के प्रकरणों को पहले निराकृत करें। शिकायतों के निराकरण की गति में तेजी लायें। इसके साथ ही कहा कि मांग क्लोजर व फोर्स क्लोजर करने की लास्ट डेट 14 फरवरी है। कलेक्टर ने टीएल के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान विभागवार एक-एक प्रकरणों की समीक्षा करते हुये कहा कि प्रकरणों का निराकरण तत्परता से करें। बैठक में अनुपस्थिति पर सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण व नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र भी जारी करने के निर्देश दिये।