ग्वालियर: बंधन बैंक की एक शाखा में एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया

ग्वालियर: बंधन बैंक की एक शाखा में एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है, जहाँ बैंक के ही एक मैनेजर पर लगभग 3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम देने का आरोप लगा है। यह घटना ग्वालियर में हुई है और इसने बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम:
हालांकि, इस विशेष मामले में मैनेजर ने कैसे ठगी को अंजाम दिया, इसके विस्तृत तरीके अभी पूरी तरह से सामने नहीं आए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स और जांच में सामने आई कुछ बातें इस प्रकार हैं:
* साइबर धोखाधड़ी का कनेक्शन: इस मामले के तार एक बड़े साइबर धोखाधड़ी मामले से जुड़े बताए जा रहे हैं, जिसमें एक संत से 2.52 करोड़ रुपये की ठगी हुई थी। ऐसा माना जा रहा है कि ठगी की रकम को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया गया, जिसमें बंधन बैंक के कुछ खाते भी शामिल थे।
* बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत: पुलिस जांच में बंधन बैंक के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों की इस ठगी में मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं, जिनमें बैंक मैनेजर और महिला कर्मचारी शामिल हैं।
* रोजाना रिश्वत: रिपोर्ट्स के अनुसार, ठगी का मास्टरमाइंड बैंक मैनेजर को इस काम के लिए रोजाना 5 हजार रुपये की रिश्वत देता था।
* फर्जी खाते: ठगी की रकम जिस राहुल नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हुई, वह खाता मात्र एक महीने पहले ही खोला गया था और उसमें ठगी से जुड़े बड़े ट्रांजैक्शन दर्ज हुए हैं।
* क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल: घोटाले के मास्टरमाइंड उदयराज, जो फिलहाल फरार है, पर ठगी की रकम को USDT (Tether cryptocurrency) में बदलकर विदेशों में भेजने का संदेह है। इससे यह मामला क्रिप्टोकरेंसी मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
बैंक प्रबंधन को इस घोटाले की सूचना दे दी गई है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। फरार मास्टरमाइंड की तलाश जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस धोखाधड़ी में और कितने लोग शामिल हैं और ठगी की रकम का क्या हुआ।
यह घटना बैंक कर्मचारियों द्वारा किए गए इस तरह के वित्तीय अपराधों पर चिंताएं बढ़ाती है और बैंकों के आंतरिक नियंत्रण और सुरक्षा उपायों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाती है।