बाहर से आई फ्लाइंग स्क्वाड, हड़कंप, आबकारी अमला सतर्क मोड पर

जबलपुर यश भारत। नये शराब के ठेके होने के बाद से जिस तरह से जिले का आबकारी विभाग विवाद और सुर्खियों में आया है इसके पहले शायद कभी ऐसा हुआ हो। कभी ओवर रेटिंग के मामले को लेकर तो कभी अवैध शराब के कारोबार और ठेकेदारों से मिली भगत के आरोप के कारण। विभाग के मुखिया जबलपुर से लेकर भोपाल तक सुर्खियों में बने रहे हैं। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि खुद कलेक्टर को आगे आकर स्टिंग ऑपरेशन कराने तक की जरूरत भी पड़ गई। इतना ही नहीं मीडिया से लेकर राजधानी भोपाल तक में जबलपुर का आबकारी विभाग चर्चाओं में रहा। शराब ठेकेदारों के साथ हुई मारपीट की घटनाओं मैं कहीं ना कहीं अवैध रूप से चलने वाले शराब का गोरख धंधा ही कारण रहा है जिसकी शिकायत भी संभागीय आयुक्त से लेकर पुलिस अधीक्षक तक पहुंची है। इतना ही नहीं शहर के एक अधिवक्ता के द्वारा विभाग की मिली भगत को लेकर एक जनहित याचिका भी उच्च न्यायालय में दायर की गई। जिसकी सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इतना सब कुछ होने के बाद भी आबकारी विभाग के मुखिया पर कोई विशेष असर दिखाई नहीं दिया और वे अपने तरीके से विभाग को संचालित करने में लगे रहे जिसका असर यह हुआ कि अब ऐसी खबर लगी है जिससे न केवल विभाग में हड़कंप की स्थिति निर्मित है बल्कि उसके अधिकारी और कर्मचारी भी सतर्क मोड पर नजर आ रहे हैं। सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक शनिवार को बाहर से फ्लाइंग स्क्वाड की दो टीमों ने आकर जबलपुर में डेरा डाला हुआ है जो अपने तरीके से शराब दुकानों से लेकर विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को लेकर भी जानकारियां एकत्र कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी स्थानीय आबकारी विभाग को ना हो जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी लगी उन्होंने आनन फानन में अपने लोगों को एक्टिव मोड पर कर सख्त हिदायत दे डाली की जब तक बाहरी फ्लाइंग स्क्वायाड शहर में है इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए की शराब दुकान और उसके आसपास किसी तरह की अनियमितताएं सामने न आने पायें। इतना ही नहीं शराब
ठेकेदारों को भी अपने स्तर पर आगाह कर दिया गया है जिसका असर शनिवार को शहर की शराब दुकानों में भी दिखाई दिया जहां कल तक शहर में जहां-तहां खुले आम दुकानों के आसपास जाम छलकाए जा रहे थे शनिवार को ऐसे नजारे कम ही नजर आए। शराब की कीमतों को लेकर भी ठेकेदारों को समझाइए दी गई है कि फिलहाल शराब बिक्री में कीमतों का विशेष ध्यान रखें किसी भी तरह की अनियमितता सामने न आने पाये। फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम भोपाल से आई है या ग्वालियर से इसको लेकर अभी कोई स्पष्ट जानकारी तो नहीं लग पाई है किंतु विभाग से जुड़े एक कर्मचारी ने दबी जबान से यह बात स्वीकार की है कि बाहर से कोई टीम जरूर आई है जो गोपनीय तरीके से अपना काम कर रही है।