गैंगरेप पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप, MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी- विधायक विक्रांत भूरिया पर पर FIR
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया पर पुलिस ने FIR दर्ज की है। उन पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के परिवार वालों की पहचान उजागर की है। इस मामले में एक महिला ने जोबट थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस के दोनों नेता 28 अप्रैल को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। वे अपने साथ काफी संख्या में लोगों को लेकर पहुंचे थे। दोनों नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पीड़ित परिवार के फोटो शेयर किए। इससे पीड़ित परिवार की पहचान उजागर हो गई जो कोर्ट के आदेश की अवहेलना भी है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास ने बताया कि दोनों नेताओं पर धारा 228ए, भादिव, 23 पॉक्सो एक्ट और 74 जेजे एक्ट में दोनों नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।
आदिवासी लड़की से हुआ था गैंगरेप
आपको बता दें कि अलीराजपुर जिले में अपनी सहेलियों के साथ शादी समारोह में गई एक 12 साल की नाबालिग आदिवासी लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया था। आरोप है कि 14 से 18 साल की उम्र के दो लड़कों ने खेत में लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने मामले में 2 नाबालिगों और एक युवक को राउंडअप किया था। नाबालिग को लहूलुहान हालत में उसकी चाची अस्पताल लेकर पहुंची थी जहां डॉक्टर ने दुष्कर्म की पुष्टि की थी।
उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को हिरासत में ले लिया था। इस पूरे मामले को जमकर राजनीति भी हुई थी। दावा किया जा रहा था कि तीसरा आरोपी रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान व प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान का रिश्तेदार है।
जीतू पटवारी पीड़ित परिवार से मिले
रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित के गांव पहुंचे और परिवार से मिले। इस दौरान मीडिया से चर्चा में पटवारी ने आरोप लगाया कि पीड़िता की अस्मत जिले में राजनीतिक रूप से रसूखदार परिवार के रिश्तेदार ने लूटी है। स्थिति इतनी भयावह है कि पीड़िता को यहां से इंदौर रेफर करना पड़ा है। पटवारी ने इस बात पर नाराजगी जताई थी कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी कलेक्टर और एसपी अब तक पीड़ित परिवार के पास नहीं पहुंचे।