बुखार की गोली’ बन सकती है खतरा! लिवर और किडनी पर पड़ रहा सीधा असर, पैरासिटामोल खाने से पहले जरूर जानें ये बातें

बुखार की गोली’ बन सकती है खतरा! लिवर और किडनी पर पड़ रहा सीधा असर, पैरासिटामोल खाने से पहले जरूर जानें ये बातें
नई दिल्ली, 30 अप्रैल 2025:
भारत में आमतौर पर बुखार, दर्द या थकावट में बिना डॉक्टर की सलाह के लोग पैरासिटामोल की गोली खा लेते हैं। लेकिन अब विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि इस दवा का अंधाधुंध इस्तेमाल लिवर और किडनी पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
क्या है खतरा?
पैरासिटामोल, जिसे लोग साधारण ‘बुखार की गोली’ मानते हैं, वास्तव में लिवर के लिए टॉक्सिक (विषाक्त) हो सकती है अगर इसे ज़रूरत से ज़्यादा या बार-बार लिया जाए।
हाल ही में एक अमेरिकी डॉक्टर ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत जैसे देशों में लोग पैरासिटामोल को टॉफी की तरह खा रहे हैं, जो आने वाले समय में हेल्थ इमरजेंसी का रूप ले सकता है।
क्यों है ये चिंताजनक?
लंबे समय तक या अधिक मात्रा में सेवन करने से हेपेटाइटिस, लिवर फेलियर, और किडनी डैमेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बिना डॉक्टरी सलाह के दवा लेना शरीर में दवा-प्रतिरोध (Drug Resistance) भी बढ़ा सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए तो यह और भी खतरनाक हो सकता है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
डॉक्टरों की मानें तो पैरासिटामोल को सुरक्षित माना जाता है लेकिन एक दिन में इसकी सीमा 3,000-4,000 मिलीग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए। एक आम 500mg टैबलेट दिन में 6-8 बार से ज़्यादा नहीं ली जानी चाहिए — और वो भी सिर्फ तब जब डॉक्टर सलाह दे।
सावधान रहें, यह जान लें:
हर बुखार में पैरासिटामोल जरूरी नहीं होती।
100 डिग्री से कम तापमान होने पर सिर्फ आराम और हाइड्रेशन काफी होता है।
डेंगू या वायरल के दौरान इसकी मात्रा डॉक्टर के अनुसार ही लें।