रूस यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ वेटरनरी विवि पहंुचे: वेटरनरी की गतिविधियों को सराहा, रूस के पढ़ाई कल्चर को साझा किया
जबलपुर, यशभारत। नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सीता प्रसाद तिवारी के अथक प्रयास उपरांत विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्व विद्यालय जबलपुर में रूस की सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी मेडिसिन के वाइस रेक्टर डॉ निटकिन , डॉ ल्यूटिक सदस्य अन्तर्राष्ट्रीय शैक्षणिक निगम, एवं डॉ. हर्षा पंडरंगी वेटरनरी विश्वविद्यालय में हुआ। कुलपति प्रो सीता प्रसाद तिवारी जी ने रूस से आए अतिथियों स्वागत पुष्पगुच्छ, शाल श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर किया ।, कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीता प्रसाद तिवारी ने कहा कि ऐसे अनुबंधों से न सिर्फ तकनीकी एवं व्यवहारिक ज्ञान का आदान-प्रदान छात्रों तथा शिक्षकों के मध्य होता है अपितु अंतर्देशीय संबंध भी मजबूत होते हैं साथ ही वैश्विक स्तर पर व्याप्त समस्याओं का निराकरण करने में सरलता होती है, साथ ही समझ एवं विचारों का विकास भी संभव हो पाता है। ,छात्रों को नैतिक मूल्य समझने और सांस्कृतिक समझ विकसित करने में मदद मिलती है, । कुलपति ने विश्वविद्यालय में चल रहे शैक्षणिक, शोध, परियोजना कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों देशो में परस्पर कार्य करने की बहुत सी संभावनाऐ हैं जिससे दोनों देशो के छात्र- छात्राओं एवं शिक्षको को लाभ मिलेगा।साथ ही सामाजिक क्षेत्रों में कार्यों करने हेतु विश्वविद्यालय अग्रसर है जिसमें विश्वविद्यालय ने जनजातीय क्षेत्रों में किसानों की आय दुगनी करने हेतु कार्य किया साथ ही उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने हेतु सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों की जांच कराई तथा क्षय रोगियों हेतु भी विश्वविद्यालय कार्य कर रहा है।कार्यक्रम के दौरान संचालक बायोटेक्नोलॉजी द्वारा विश्वविद्यालय का परिचय स्लाईड प्रस्तुत कर दिया जिससे उन्होंने नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित समस्त महाविद्यालयो के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित शैक्षणिक, अनुसंधान गतिविधियों तथा शोध हेतु उपस्थित सभी सुविधाओ के बारे में रशियन डेलिगेशन को अवगत कराया। रूस की सेन्ट पिट्रसबर्ग विशवविघालय के डॉ निकिटिन जारजी द्वारा विडिओ प्रजेंटेशन के माध्यम से रुस विश्वविद्यालय के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया। उन्होंने बताया की सेंट पीट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में शैक्षिणक कार्यों के साथ प्रायोगिक गतिविधियों में भी विशेष बल दिया जाता रहा है,। सेंट पीट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में लगभग 3000 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं, 22 पृथक विभाग वृहद संग्रहालय, अनुवांशिकी लैब, पूर्णतः उपकरण युक्त, डिजिटल लाइब्रेरी तथा 4वृहद संग्रहालय हैं जहां 10000 से अधिक जीवों के स्पेसीमेन रखे गए है, एवं शोधकार्य सम्बन्धी वृहद प्रयोगशाला भी उपलब्ध है,।
विभिन्न विभागों का दौरा किया
एन डी वी एस यू जबलपुर तथा रूस की एस पी एस यू के मध्य हुए अनुबंध के तहत रूस के े सदस्यों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का दौरा किया एवं विभाग केअंतर्गत चल रहे शोध कार्यो के बारे में विषयवार जानकारी एवं जायजा लिया, जैसे पशु धन प्रक्षेत्र की डेरी ईकाई, कुक्कुट पालन ईकाई, बायोटेक्नोलॉजी केन्द्र, के साथ साथ पशुऔषध विज्ञान विभाग, वन्य जीव एवं फॉरेंसिक स्वास्थ्य विभाग का भी भ्रमण किया,पशु शरीर रचना विभाग, पशु आनुवंशिकी और प्रजनन विभाग,पशु पोषण विभाग में पशुओ के पोषण से सम्बंधित शोध कार्यो के बारे में विषय विशेषज्ञयों द्वारा जानकारी दी गयी,तथा पशु सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग सहित पशु परजीवी विभाग में परजीवी प्रयोगशाला में संगृहीत किये गए विभिन्न परजीवियों के बारे में भी बताया गया।
पशुपालन एवं कृषि प्रक्षेत्र का भी दौरा किया
इसके साथ पशुपालन एवं कृषि प्रक्षेत्र का भी दौरा किया। । वी यू जबलपुर में भ्रमण के दौरान सभी शोध सम्बन्धी गतिविधियाँ तथा शैक्षणिक सहायक सामग्री बेहद पसंद आई और सीटी स्कैन और वन्य जीवन केंद्र जैसे नैदानिक तौर-तरीकों को देखकर प्रसन्नता का अनुभव हुआ। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुल सचिव , वित्त नियंत्रक, संचालक अनुसंधान ,संचालक विस्तार सेवाएं , संचालक शिक्षण,संचालक प्रक्षेत्र, अधिष्ठाता वेटरनरी कॉलेज , अधिष्ठाता मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय , संचालक वाइल्डलाइफ ,डी एस डब्ल्यू, संचालक पत्रोंपाधि, संचालक बायोटेक्नोलॉजी आदि मौजूद थे।