टैक्स फ्री होने के बाद भी वसूले जा रहे पूरे पैसे, छावा देखने पहुंच रहे दर्शकों की जेब हो रही ढीली

जबलपुर यश भारत। मध्य प्रदेश शासन के द्वारा छावा फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के बावजूद भी मल्टीप्लेक्स संचालकों के द्वारा कोई रियायत न देकर मनमानी राशि वसूली जा रही है जो आश्चर्यजनक है। फिल्म देखने के लिए जब कोई दर्शक मल्टीप्लेक्स पहुंचता है तो दो टिकट की कीमत 400 से लेकर 420 रुपए तक वसूली जा रही है। ऐसे में महंगी टिकट होने के कारण न केवल शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं तो दूसरी तरफ मिडिल क्लास दर्शक फिल्म देखने से वंचित हो रहा है। गौरतलब है कि यश भारत ने पूर्व में भी इसी तरह का समाचार प्रकाशित किया था लेकिन बावजूद इसके भी मल्टीप्लेक्स संचालकों की मनमानी पर कोई विराम नहीं लगा है। 22 फरवरी को फिल्म देखने गए एक दर्शक बाकायदा ₹400 की टिकट लेकर फिल्म तो देखा आया लेकिन उसने बताया कि उसे जो टिकट दी गई उसमें बाकायदा बेस अमाउंट के नाम पर 322.2रु सर्विस चार्ज के नाम पर 16.4 रुपए सेनटृल जीएसटी के नाम पर 30.52 और स्टेट जीएसटी के नाम पर 30.52 रुपए अंकित किए गए थे जो कुल मिलाकर ₹400 होते हैं इसी तरह 24 फरवरी को गौरी घाट रोड पर स्थित मूवी मैजिक मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने गये एक और दर्शक ने बताया कि उसे टिकट मिला उसमें बेस अमाउंट 338रूपये सर्विस चार्ज 16.94 सेनृटल जीएसटी 32.04 रुपया और स्टेट जीएसटी 32.4 रुपए अंकित थी और इस तरह से उसे फिल्म देखने के लिए 420 रुपए देने पड़े। आप सवाल यह उठता है कि जब राज्य शासन ने उक्त फिल्म को टैक्स भी कर दिया है तो फिर स्टेट स्टेट जीएसटी सेनटृल जीएसटी के नाम पर जो राशि वसूली जा रही क्या वह उचित है। महंगी टिकट लेकर फिल्म देखने गए दर्शन के मन में यह सवाल जरूर उठना है कि जब यह सारे टैक्स वसूले जा रहे हैं तो फिर फिल्म टैक्स फ्री कहां से हो गई और यदि यह मनमानी मल्टीप्लेक्स संचालकों द्वारा की जा रही है इसके लिए जिम्मेदार विभाग और अधिकारी क्या कर रहे हैं।



