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फर्जी नोटशीट बनाकर, लाखों रूपये के भुगतान मामले में, नगर निगम के अधिकारियों पर EOW ने किया अपराध पंजीबद्ध

जबलपुर यश भारत। स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम जबलपुर के अधिकारियों द्वारा कचरा परिवहन में आर्थिक अनियमिततायें करने के संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, इकाई द्वारा जांच की गई।नगर निगम जबलपुर के द्वारा वार्ड क्रमांक 08 में कराये गये कचरा परिवहन के लिये 14,70,228/- रूपये का बिल विभाग में प्रस्तुत किया गया, नोटशीट पर 6,04,495 /- रूपये भुगतान की अनुशंसा की गई थी, जबकि आरोपियो द्वारा पृथक से एक टाईपशुदा नोटशीट प्रस्तुत कर 13,17,510 /- रूपये का भुगतान नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सफाई कामगार सहकारी समिति रानीताल जबलपुर को किया गया।टाईपशुदा नोटशीट पर के के दुबे के हस्ताक्षर के संबंध में राज्य परीक्षक प्रश्नास्पद प्रलेख, पुलिस मुख्यालय भोपाल से जांच करवाने पर हस्ताक्षर कूटरचित होना पाये गये।आरोपीगण विनोद श्रीवास्तव, स्वास्थ्य अधिकारी, अनिल जैन, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी, हेमंत करसा, अध्यक्ष, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, सफाई कामगार सहकारी समिति के द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 8,20,233 /- रूपये अधिक भुगतान प्राप्त करने तथा शासन को आर्थिक क्षति करना पाये जाने से आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम) 2018 का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। प्रकरण की जांच में मंजीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, जबलपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

वहीं छिंदवाड़ा में कूटरचना कर फर्जी हितग्राही को दिलवाया प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, EOW ने कसा शिकंजा

नगर परिषद् जुनारदेव जिला छिंदवाड़ा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमिततायें करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसकी जांच पर पाया गया कि अनिता पवार पत्नि घनश्याम पवार वार्ड नं 03 जुनारदेव का पूर्व से ही पक्का मकान होने के बावजूद भी आरोपीगण द्वारा योजना का लाभ दिलाया गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत समय-समय पर हितग्राही के प्लॉट के फोटो सहित जीओ टेगिंग करना होता है। साथ ही मकान बनाने की प्रक्रिया के दौरान अधिकारियों द्वारा समय-समय पर सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है जिसके उपरांत हितग्राही को 03 किस्तों में सहायता राशि प्रदान की जाती है।नगर परिषद जुनादेव के मुख्य नगर पालिका अधिकारी सत्येंद्र सालवार, शुभलता आर्य, सुरेंद्र उईके, डी पी खाण्डेलकर, उपयंत्री विनय कुमार शुक्ला, जी एस चंदेल, लेखापाल मुकेश चौरसिया, दामोदर सोनी, राजस्व निरीक्षक राधेश्याम मर्राफा फील्ड इंजीनियर मृदुल गौतम के द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर, अपने पद का दुरुपयोग कर अनिता पवार पत्नि घनश्याम पवार वार्ड नं 03 जुनारदेव को कूटरचित कार्यवाही कर प्रधानमंत्री आवास योजना का अवैध लाभ दिलाकर शासन को क्षति कारित की गई।जांच उपरांत आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, जबलपुर द्वारा अपराध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित अधिनियम) 2018 का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। प्रकरण में जांचकर्ता कीर्ति शुक्ला, निरीक्षक आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, इकाई जबलपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही

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