EOW ने धोखाधड़ी और गबन के आरोप में पूर्व बिशप पी.सी. सिंह को कर्नाटक से गिरफ्तार किया

EOW ने धोखाधड़ी और गबन के आरोप में पूर्व बिशप पी.सी. सिंह को कर्नाटक से गिरफ्तार किया
जबलपुर: आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने धोखाधड़ी और कूटरचना के गंभीर आरोपों में पूर्व बिशप पी.सी. सिंह को कर्नाटक राज्य से गिरफ्तार किया है। पूर्व बिशप जबलपुर डायोसिस से जुड़े थे और उन पर बार्लेय स्कूल, कटनी की भूमि अधिग्रहण के मुआवजे की राशि में गड़बड़ी का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, रेलवे द्वारा बार्लेय स्कूल, कटनी की 0.22 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था, जिसके एवज में 2,45,30,830 रुपये की राशि प्राप्त हुई थी। आरोप है कि पूर्व बिशप पी.सी. सिंह और चेयरमैन एनडीटीए पॉल दुपारे ने मिलकर इस राशि का गबन और धोखाधड़ी की। इस मामले में उनके खिलाफ अपराध क्रमांक 82/25 के तहत धारा 406, 420, 120बी भादंवि. के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जा रही थी।
विवेचना के दौरान साक्ष्य मिले हैं कि पी.सी. सिंह ने पॉल दुपारे के साथ षड्यंत्र रचकर मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए संबंधित न्यायालय में प्रिंसिपल बार्लेय स्कूल की ओर से कथित तौर पर कूटरचित पत्र प्रस्तुत किया। आरोप है कि उन्होंने यह राशि एनडीटीए के अधिकृत खातों में हस्तांतरित न कर अन्य खातों में हस्तांतरित कर गबन किया। यह बात भी सामने आई है कि पूर्व बिशप पी.सी. सिंह ने मुआवजा राशि के संबंध में न तो एनडीटीए से अनुमति ली और न ही उन्हें इसकी जानकारी दी, जबकि एनडीटीए इसके लिए अधिकृत संस्था है। विवेचना में मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले में धारा 467, 468, 471 भादंवि. का भी समावेश किया गया है।
EOW ने आरोपी पूर्व बिशप पी.सी. सिंह को मंगलोर (कर्नाटक) से हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इस अपराध का एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है। आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी पूर्व बिशप पी.सी. सिंह एक शातिर एवं आदतन अपराधी हैं। उनके खिलाफ देश के विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हरियाणा और प्रवर्तन निदेशालय में कुल 64 अपराध पंजीबद्ध हैं। पूर्व बिशप पी.सी. सिंह की गिरफ्तारी में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई, जबलपुर के उप पुलिस अधीक्षक एस.एस. धामी के नेतृत्व में निरीक्षक मोमेन्द्र कुमार मर्सकोले, प्रधान आरक्षक अभिनव ठाकुर, आरक्षक शेख नदीम एवं आरक्षक सुनील मिश्रा सहित आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ मुख्यालय, भोपाल की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।