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3 देशों में भूकंप से डोली धरती साल 2025 के पहले दिन भारत में भी लगे झटके, 3 से 6 रही तीव्रता

 

नई दिल्ली, एजेंसी। साल 2024 में धरती एक-दो नहीं कई बार भूकंप के झटकों से दहली, लेकिन साल 2025 में यह सिलसिला जारी है। साल के पहले ही दिन धरती ने भूकंप के झटके झेले, जिनकी तीव्रता 3 से लेकर 6 तक रही। जी हां, दुनिया के 3 देशों में एक जनवरी 2025 को भूकंप आया। कुछ दिन पहले भूकंप ने जिस देश में तबाही मचाई थी, उस देश वानुआतु में बीते दिन लगातार 2 बार भूकंप आया। साउथ सैंडविच आइलैंड पर भी भूकंप आया। वहीं भारत में गुजरात के कच्छ जिले के लोगों में भूकंप से दहशत फैल गई, क्योंकि इसी जिले में भूकंप एक बार भीषण तबाही मचा चुका है। आइए जानते हैं कि भूकंप कितने बजे और कितनी तीव्रता का आया और उसका असर क्या रहा?
साउथ सैंडविच आइलैंड में भूकंप की तीव्रता 6 रही
नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी से मिले अपडेट के अनुसार, 1 जनवरी 2025 दिन बुधवार को साउथ सैंडविच आइलैंड में भी भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6 मापी गई। हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इतनी तीव्रता वाला भूकंप तबाही मचाने के लिए काफी है। हृस्ष्ट की पोस्ट के मुताबिक, यह भूकंप भारतीय समय (ढ्ढस्ञ्ज) के अनुसार, शाम 7.18 बजो आया और इसकी गहराई धरती के अंदर 96 किलोमीटर नीचे मिली।
वानुआतु में फिर 2 बार आया भूकंप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वानुआतु देश में एक बार फिर भूकंप आया। लगातार 2 बार झटके लगने से लोगों में फिर दहशत फैल गई। पहला भूकंप पोर्ट विला शहर से 14 किलोमीटर दूर वेस्टर्न नॉर्थवेस्ट इलाके में आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 रही और धरी के नीचे 62 किलोमीटर गहराई में इसका केंद्र मिला। यह भूकंप भारतीय समयानुसार सुबह करीब 10 बजकर 7 मिनट पर आया। इसके 2 मिनट बाद 10 बजकर 9 मिनट पर इसांगेल से 148 किलोमीटर दूर साउथ में भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 रही। इसका केंद्र धरती के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई में मिला। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने इन दोनों भूकंप की पुष्टि की।
गुजरात के कच्छ में सुबह-सुबह आया भूकंप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1 जनवरी 2025 दिन बुधवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे कच्छ जिले में भूकंप आया। भूकंप अनुसंधान संस्थान ने इसकी पुष्टि की और जानकारी दी कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 रही। इस भूकंप का केंद्र भचाऊ इलाके से 23 किलोमीटर दूर उत्तर-उत्तर पूर्व में मिला। दिसंबर 2024 में इसी जिले में 3 से ज्यादा की तीव्रता वाले 4 भूकंप आए थे और चारों का केंद्र भचाऊ रहा, ऐसे में भचाऊ इलाका इस समय संवेदनशील इलाका बना हुआ है। कच्छ भूकंप के मद्देनजर इसलिए संवेदनशील है, क्योंकि 26 जनवरी 2001 को इस जिले में 200 साल बाद सबसे बड़ा विनाशकारी भूकंप आया था। करीब 13800 लोगों की मौत हुई थी और डेढ़ लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

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