नही होगा कमर्शियल नक्शा पास, न मिलेगा व्यावसायिक मीटर

नही होगा कमर्शियल नक्शा पास, न मिलेगा व्यावसायिक मीटर
जबलपुर , विकास प्राधिकरण में नगर निगम और विद्युत विभाग को लिखा पत्र
जबलपुर यश भारत। जबलपुर विकास प्राधिकरण की अलग-अलग स्कीम में प्लॉट में संचालित हो रही व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण द्वारा एक बड़ी कार्यवाही की गई है ।जिसमें उन्होंने नगर निगम और विद्युत मंडल को पत्र लिखकर उक्त भूखंडों में निर्मित भवनों में किसी भी तरह की व्यावसायिक गतिविधि की अनुमति न देने की बात कही है। इस पूरे मामले में जबलपुर विकास प्राधिकरण के सीओ दीपक कुमार वैद्य की भूमिका महत्वपूर्ण है जिन्होंने इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। जानकारी के मुताबिक विकास प्राधिकरण के द्वारा नगर निगम जबलपुर को पत्र के माध्यम से कहा गया है कि जो भूखंड आवासीय क्षेत्र के लिए आरक्षित है उनमें कमर्शियल भवन की अनुमति भवन शाखा के द्वारा प्रदान न की जाए इसी तरह विद्युत मंडल को भी उक्त भावनाओं में कमर्शियल कनेक्शन न दिए जाने की बात कही गई है।
बिगड़ रहा है स्वरूप
जबलपुर विकास प्राधिकरण टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के आधार पर जो मास्टर प्लान बनाया गया है उसके अनुरूप ही अपनी योजनाएं बनाता है और उसमें कमर्शियल और आवासीय प्लॉट निर्धारित करता है। लेकिन लोग आवासीय प्लॉट पर कमर्शियल गतिविधि शुरू कर देते हैं। जिससे शहर का स्वरूप भी बिगड़ा है और आवासीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर लगातार प्राधिकरण में शिकायतें आ रही थी जिसके चलते यह कड़ा कदम उठाया गया है।
भवन अनुज्ञा की आड़ में व्यापार
पिछले दिनों आवासीय प्लाटों में व्यावसायिक गतिविधि संचालन की शिकायत मिलने के बाद जबलपुर विकास प्राधिकरण द्वारा ऐसे लोगों को नोटिस जारी कर गए थे। जिसके बाद कुछ लोगों ने नगर निगम से कमर्शियल भवन की अनुज्ञा की जानकारी जबलपुर विकास प्राधिकरण को दी गई। जिसके बाद जबलपुर विकास प्राधिकरण में नगर निगम को आवासीय भवनों में व्यवसाय की अनुमति न देने की बात कही है। इसी तरह से आवासीय भवनों में कमर्शियल मीटर की भी जानकारी सामने आई जिसके बाद विद्युत मंडल को यह पत्र भेजा गया है।
कम दर पर लिए थे प्लॉट
जबलपुर विकास प्राधिकरण जो आवासीय भूखंड के ऑकशन करता है उसका बेस प्राइस कमर्शियल प्लाट की तुलना में काम रखा जाता है । जिसके चलते लोग कम दर पर आवासी प्लांट ले लेते हैं और फिर उसमें व्यावसायिक गतिविधियां शुरू कर देते हैं। जिससे शहर का स्वरूप तो बिगड़ा ही है जबलपुर विकास प्राधिकरण को आर्थिक क्षति भी होती है, जिसके चलते जबलपुर विकास प्राधिकरण प्रयास कर रहा है कि आवासीय परिसर में सिर्फ आवासीय मकान बनाए जाएं वहां पर किसी भी तरह की व्यापारिक गतिविधि संचालित न हो।