सीएमएचओ कार्यालय में रिश्वतखोरी का पर्दाफाश, महिला कर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार
आरटीआई जानकारी के बदले मांगी रिश्वत, लोकायुक्त जबलपुर की कार्रवाई

जबलपुर: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय की आरटीआई शाखा में कार्यरत एक महिला कर्मचारी को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने आज ₹4,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई तब हुई जब महिला कर्मी सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत जानकारी देने के एवज में एक आवेदक से रिश्वत की मांग कर रही थी।
लोकायुक्त डीएसपी नीतू त्रिपाठी ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता राकेश विश्वकर्मा ने 2 मई को एसपी लोकायुक्त के समक्ष एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि उन्होंने सीएमएचओ कार्यालय में एक आरटीआई आवेदन दाखिल किया था, जिसमें कुछ कर्मचारियों की पदस्थापना से संबंधित जानकारी मांगी गई थी।
शिकायतकर्ता के अनुसार, इसी सिलसिले में उनकी मुलाकात सीएमएचओ कार्यालय की आरटीआई शाखा में पदस्थ विनीता विलियम से हुई। विनीता विलियम ने मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराने के बदले ₹5,000 की रिश्वत की मांग की। बातचीत के बाद वह ₹4,000 लेने पर सहमत हो गईं।
लोकायुक्त टीम ने शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद आज जाल बिछाया और विनीता विलियम को उस समय रंगे हाथों पकड़ लिया जब वह शिकायतकर्ता से रिश्वत की राशि ले रही थीं। इस कार्रवाई से सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की सक्रियता एक बार फिर सामने आई है।