चुरहट सीधी में दरोगा की नींद में खलल का मामलाः थाना प्रभारी लाइन अटैच, युवकों को कोर्ट से मिली जमानत

जबलपुर-सीधी यशभारत। चुरहट सीधी में दरोगा की नींद में खलल मामले में प्रभारी आईजी साकेत पाण्डे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है जबकि टीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों युवकों को कोर्ट से जमानत मिल गई है। इस मामले को सबसे पहले यशभारत ने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म में प्रमुखता से प्रकाशित कर पुलिस की कार्य व्यवस्था को उजागर किया था। किस तरह से थाना प्रभारी ने बेकसूर तीन युवकों पर मामला दर्ज कर थाने में बंद किया था इसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक यशभारत ने जानकारी पहंुचाई थी। जिसके बाद अधिकारी एक्शन मोड़ में आए और प्रभारी आईजी साकेत पाण्डे ने थाना प्रभारी की एक साल की वेतन वृद्वि रोकी इसके बाद लाइन अटैच की कार्रवाई की।
मालूम हो कि सिंचाई विभाग से रिटायर हुए गणपत पटेल का सेवानिवृत्त जुलूस कार्यक्रम ऑफिस से घर की तरफ जा रहा था पुलिस क्वाटर पहंुचते ही जुलूस को लेकर उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब थाना प्रभारी की नींद डिस्टर्ब हो गई और वह गुस्से में घर से बाहर आए और जुलूस निकालने वालों की जमकर खबर ली यहां तक कि तीन युवकों पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर थाने ले गए। इस मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा सोशल मीडिया पर दरोगा की गंुडाई का वीडियो वायरल हो गया, मामला जब पुलिस के बड़े अधिकारियों तक पहंुचा तो उन्होंने जांच बैठाई जिसमें प्रथम दृष्टया दरोगा की गलती सामने आई।
6 धाराओं में अपराध दर्ज किया था
पुलिस कर्मियों से मारपीट का भी आरोप चुरहट पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के सेक्सन 15 के अलावा बीएनएस की धारा 132, 121, 221, 351 (3) 3 (5) के तहत अपराध दर्ज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है। मामला संज्ञान में आने पर सीधी के पुलिस अधीक्षक डा. रविंद्र वर्मा ने कहा कि मामले की जांच एसडीओपी से कराई जा रही है जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।