नहर, घाट में डूबे युवकों के मिले शव
जबलपुर यश भारत। बरगी से वापस लौटते समय बरेला नहर में डूबे युवक का शव बरामद कर लिया गया है। वहीं अलावा तिलवारा घाट में डूबे युवक सत्यम का शव भी रेस्क्यू कर बरामद कर लिया गया।
विदित हो कि दमोह नाका चौधरी मोहल्ला निवासी आकाश, विकास व नीतेश अहिरवार रविवार को एक्टिवा से बरगी डेम घूमने के लिए गए थे। जहां से तीनों युवक घर के लिए वापस हुए। जैसे ही वे बरगी नहर बरेला के पास से गुजर रहे थे। उसी दौरान उनकी तेज रफ्तार एक्टिवार मोड़ पर अनियंत्रित होकर दो फिट ऊंची पुलिया से टकरा गई थी। जिसके बाद आकाश, विकास व नीतेश उछलकर नहर के पानी में जा गिरे। विकास और आकाश को जन सहयोग से बाहर निकाल लिया गया था जबकि नीतेश बह गया था। जिसका सुराग नहीं लग रहा था। मंगलवार सुबह गोताखोर टीम की मदद से तलाश शुरु की गई और उसका शव बरामद कर लिया गया।
वहीं तिलवारा घाट में अंतिम संस्कार में शामिल होने आये दमोह निवासी सत्यम श्रीवास्तव का शव भी बरामद कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि सुभाष कालोनी दमोह निवासी यमनेश श्रीवास्तव पत्नी कल्पना, बेटे सत्यम को लेकर लालबाबा मंदिर के पास धनवंतरी नगर जबलपुर में साले मनोज की पत्नी अनीता के निधन पर आए थे। उसके बाद यमनेश व उनका बेटा सत्यम 19 वर्ष सहित अन्य रिश्तेदार अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए तिलवारा घाट पहुंच गए थे। जहां पर अंतिम संस्कार होने के बाद यमनेश का बेटा सत्यम, कानपुर से साढ़ूभाई सुशील श्रीवास्तव का बेटा आशीष सहित अन्य लोग नर्मदा स्नान करने पहुंच गए। नहाते वक्त आशीष का पैर फिसल गया, जिससे वह तेज बहाव में बह गया था। आशीष को बहते देख सत्यम बचाने के लिए कूदा तो वह भी बह गया था। आशीष व सत्यम को देख लोगों में चीख पुकार मच गई। देखते ही देखते आशीष व सत्यम लहरों के बीच बहते चले गय थेे। जिनमें से आशीष को तो नाविकों ने बचा लिया, लेकिन सत्यम तेज बहाव में बह गया था। जिसकी तलाश जारी थी लेकिन उसका शव नहीं मिल रहा था। मंगलवार को पुन: उसकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और उसका शव बरामद कर लिया गया।