अमर लता फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी मुंह उपार्जन मामला 2023, फर्जी एड्रेस पर चल रहा था एफपीओ, रजिस्टर्ड पते पर नहीं है कोई कार्यालय, दो डायरेक्टरो के पते भी गलत, डेढ़ साल पहले ही यश भारत द्वारा इन सभी मामलों का कर दिया था खुलासा लेकिन प्रशासन बना बैठा था गांधारी
जबलपुर, यश भारत। मुख्यमंत्री द्वारा अमर लता फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के मामले में दिए गए जांच के आदेश के बाद यश भारत द्वारा जो पूर्व समाचार प्रकाशित किये गए थे उन पर एक-एक करके मुहर लगती जा रही है। जांच में पता चला है कि अमर लता फॉर्म प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा जो अपना रजिस्टर्ड ऐड्रेस गोटेगांव का दर्शाया हुआ है वहां पर ऐसी कोई कंपनी है नहीं। इसके अलावा दो बोर्ड आफ डायरेक्टर सुरेंद्र झरिया और दीपक लोधी का एड्रेस भी फर्जी सामने आया है। जिनकी तलाश में पुलिस लगातार दविश दे रही है। लेकिन कंपनी के डायरेक्टर तक वह पहुंच नहीं पा रहे है। वहीं दूसरी तरफ पर्दे के पीछे से कंपनी का संचालन कर रहे लोगों के मामले में भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है , जिसको लेकर कुछ बड़े नाम सामने आ सकते हैं। क्योंकि सुरेंद्र झरिया के पिता का नाम गुलाब सिंह बताया जा रहा है जिसके पते पर कंपनी रजिस्टर्ड थी। सुरेंद्र और गुलाब एक महिला अधिकारी के परिवार के सदस्य होने की आशंका भी जाहिर की जा रही है। जिस अधिकारी के इर्द-गिर्द पूरा मामला घूम रहा है।
राजगढ़ की कंपनी, गोटेगांव में बिकी, जबलपुर में गोलमाल
यश भारत की पड़ताल में पता चला है कि उक्त एफपीओ का निर्माण 2016 में राजगढ़ जिला अंतर्गत आने वाले ब्यावरा में किया गया था। जहां इसका नाम ब्यावरा नवरंग मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड करवाया गया था। जिसके बाद 2022 में इसका नाम बदल कर अमर लता एग्रीकल्चर प्रोड्यूसर कंपनी कर दिया गया। नाम बदलने के बाद फिर कंपनी का रजिस्टर्ड पता भी ब्यावरा से बदलकर गोटेगांव कर दिया गया जो कि अब मिल ही नहीं रहा है। साथ ही साथ 2023 में इसके 5 बोर्ड मेंबर भी बदल दिए गए। जिसमें सभी गोटेगांव के है। पहले कंपनी का नाम बदल गया, फिर उसका पता बदल गया और फिर डायरेक्टर बदल दिए गए। अब डायरेक्टर बदलने के कुछ महीनों बाद ही एक बड़ा गोलमाल सामने आ रहा है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि उक्त एसपीओ को क्या सरकारी खरीद दिलाने के लिए खरीदा गया था।
कौन है शिवाकांत मिश्रा
6 अक्टूबर 2016 को जी ब्यावर नवरंग मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना की गई थी जो बाद में 19 अप्रैल 2022 को अमर लता एग्रीकल्चर प्रोड्यूसर कंपनी में बदल गई। उसके फाउंडर डायरेक्टर में एक नाम शिवाकांत मिश्रा का है और यह सबसे हैरानी वाली बात है कि शिवाकांत मिश्रा सिर्फ इस कंपनी का फाउंडर डायरेक्टर नहीं है। वह दो दर्जन से अधिक ऐसी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनियां है जिनका फाउंडर डायरेक्टर शिवाकांत मिश्रा बताया जा रहा है। ऐसे में यदि इन सभी बिंदुओं पर गहराई के साथ जांच होगी तो फार्मा प्रोड्यूसर कंपनियों के एक बहुत बड़े गिरोह का खुलासा हो जाएगा।
पुराने बोर्ड मेंबर 2016
शिवकांत मिश्रा
अमर सिंह यादव
जगदीश दुबे
लक्ष्मण सिंग
राजेश जाटव
नए बोर्ड मेंबर 2023
आदित्य सिंह पटेल
दिव्यकांत झारिया
शैलेंद्र मेहरा
सुरेंद्र झारिया
दीपक लोधी
फैक्ट फाइल
ब्यावरा नवरंग मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी 6 अक्टूबर 2016 अस्तित्व में आई
ब्यावरा नवरंग मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी 10 मार्च 2022 नाम बदलने का प्रस्ताव
अमर लता एग्रीकल्चर प्रोड्यूसर कंपनी 19 अप्रैल 2022 नाम बदला गया
नाम बदलने के बाद नए बोर्ड मेंबर 9 फरवरी 2023 पांच सदस्य
एफपीओ का पुराना पता
केयर ऑफ अमर सिंह यादव, सरदार पटेल स्कूल के सामने, ब्यावरा, राजगढ़, मध्य प्रदेश
एफपीओ का नया पता
उर्मिला बाई झारिया, वाइफ ऑफ गुलाब सिंह, नाला पार, रेल लाइन के किनारे, गोटेगांव, नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश – 487118