आयुष्मान चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल का कारनामा , परिजन बिल जमा नहीं कर सकें तो बच्चे को बना लिया बंधक

जबलपुर। आयुष्मान चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल का नया कारनामा सामने आया है। सर्दी, बुखार, खांसी से पीडि़त बच्चे को भर्ती करने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने लंबा चौड़ा बिल परिजनों को थमा दिया। परिजनों ने जब विरोध किया तो बच्चे को बंधक बनाकर माता पिता के साथ मारपीट कर उन्हें भगा दिया गया। जिसके बाद मामला ओमती थाने पहुंचा। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और परिजनों के साथ अस्पताल पहुंची जहां काफी देर चले हंगामे के बाद बच्चे को परिजनों के सुपुर्द किया गया।
बताया जाता है कि श्रीमति शिवानी रावत पति अनार रावत निवासी घमापुर के दो माह के पुत्र हनी रावत की गत दिवस अचानक तबियत बिगड़ गई थी। पुत्र के अचानक सर्दी, खांसी और बुखार की चपेट में आने से परिजन घबरा गए और उसे तत्काल उपचार के लिए आयुष्मान चिल्ड्रन्स अस्पताल लेकर पहुंंचे जहां उसे भर्ती कर लिया गया। इस दौरान परिजनों ने 10 हजार रूपए जमा किए। बाद में 22 हजार रूपए का और बिल बनाकर परिजनों को थमा दिया गया। जब परिजनों ने बताया कि उनके पास इतने पैसे नहीं है तो अस्पताल के जिम्मेदार गुंडई पर उतारू हो गए। शिवानी रावत और उसके पति अनार रावत के साथ अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें भगा दिया गया। जिसके बाद मामला ओमती थाने पहुंच गया। ओमती थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह के निर्देश पर एक टीम अस्पताल भेजी गई। जिसके बाद बच्चे को परिजनों के सुपुर्द किया गया।