1 करोड़ 50 लाख का पेंगोलिन मरने की कगार पर: वनविभाग की लापरवाही, 20 घंटे बाद भी बरगी थाने नहीं पहुंचा अमला
जबलपुर, यशभारत। बरगी मानेगांव में सिवनी के तीन वन जीव तस्कारों से बरामद हुआ 1 करोड़ 50 लाख का पेंगोलिन मरने की कगार पर है। जानकर हैरानी होगी कि 20 घंटे बीत जाने के बाद भी वन विभाग का अमला पेंगोलिन को लेने बरगी थाने नहीं पहुंचा। वन विभाग की लापरवाही के कारण पेंगोलिन तबीयत बिगड़ती जा रही है। जानकारों का कहना है कि इस स्थिति में पेंगोलिन की मौत भी हो सकती है।
मालूम हो कि क्राइम ब्रांच एवं डब्ल्यूसीसीबी एवं वन विभाग की संयुक्त टीम को विश्वसनीय मुखबिर की सूचना मिली कि 3 व्यक्ति मानेगांव चौराहे के पास दुर्लभ वन्य प्राणी पेंगोलिन लेकर खड़े हैं और कहीं बाहर ले जाने की फिराक में हैं। सूचना पर तत्काल क्राईम ब्रांच एवं डब्ल्यूसीसीबी और वन विभाग की संयुक्त टीम के द्वारा घेराबंदी कर मुखबिर के बताये हुलिये के 3 व्यक्ति रज्जन डेहरिया पिता ज्वार सिंह डेहरिया उम्र 44 वर्ष , जगदीश डेहरिया पिता सूरज डेहरिया उम्र 28 वर्ष एंव रामस्वरूप डेहरिया पिता ज्वार सिंह डेहरिया उम्र 36 वर्ष तीनों निवासी ग्राम गुज्जर खमरिया थाना आदेगांव जिला सिवनी को 1 पेंंगोलिन जिसका वजन लगभग 8 किलो है, बेचने के लिये ग्राहक की तलाश मे घूमते हुये मानेगांव चौराहे में पकड़ा गया है जिन्होंने उक्त पेंगोलिन गुज्जर खमरिया मड़ के जंगल से पकड़ना बताया है, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 1 करोड़ 50 लाख रुपए है।