MP से UP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बस सेवा बहाल:संक्रमण को देखते हुए फिलहाल महाराष्ट्र के लिए 22 जून तक न बसें आएंगी और न जाएंगी
परिवहन विभाग ने मंगलवार रात लिया यह फैसला
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंद की गई अन्तरराज्जीय बस सेवा एक बार फिर बहाल होने जा रही है। MP से UP, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के बीच बंद किए गए बसों के संचालन को 16 जून से फिर शुरू किया जा रहा है। पर महाराष्ट्र के शहरों से मध्य प्रदेश के शहरों में आने और जाने वालों को अभी बस सेवा संचालक का इंतजार करना पड़ेगा।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच बस सेवा को 22 जून तक स्थगित किया गया है। ऐसा इसलिए किया है कि मध्य प्रदेश में दूसरी लहर का कहर महाराष्ट्र सीमा से लगे शहरों से ही बढ़ा था। अभी स्थिति काबू हैं, लेकिन महाराष्ट्र में हालात सुधरने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं। मध्य प्रदेश से चारों राजयों के लिए 333 बसें स्थायी परमिट पर चलती है। करीब 100 बसें अस्थायी परमिट पर चलती हैं।
मंगलवार रात राजधानी भोपाल में चली परिवहन विभाग के अफसरों की बैठक में निर्णय लिया गया है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्थगित की गई बस सेवा को अब फिर से बहाल कर देना चाहिए। संक्रमण की स्थिति मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काबू में है। ऐसे में लोगों को प्रॉपर ट्रेनें नहीं मिलने से आने जाने में परेशानी हो रही है। इसलिए संक्रमण कम होने और लोगों की परेशानी को देखते हुए परिवहन विभाग ने 16 जून से उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश, राजस्थान से मध्य प्रदेश के बीच बसों के संचालन पर लगी रोक हटा दी है। पर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच बस संचालक अभी नहीं होगा। इन दोनों राज्यों के लिए लगा लगा प्रतिबंध 22 जून तक बढ़ा दिया है।
48 दिन बाद MP-UP के बीच दौड़ेंगी बसें
- MP-UP के बीच संक्रमण के चलते 29 अप्रैल से अन्तर राज्जीय बस सेवा स्थगित की गई थी। पहले फेस में यह 7 मई तक स्थगित की गई थी। पर इसके बाद धीरे-धीरे बढ़ाते हुए 15 जून तक कर दी गई। MP-UP के बीच स्थायी परमिट पर 176 बसें चलती हैं। सभी 16 जून से सड़कों पर एक दूसरे के राज्यों में दौड़ती नजर आएंगी
MP-राजस्थान के बीच चलेंगी बसें
- कोरोना संक्रमण के चलते मध्य प्रदेश से राजस्थान के बीच में भी 29 अप्रैल से बसों के संचालन पर रोक लगी थी। जो 48 दिन बाद 16 जून से हटने जा रही है। दोनों राज्यों के बीच स्थायी परमिट पर 53 बसों का संचालन होता है। जिसमें हजारों यात्री दोनों राज्यों में सफर करते हैं।
MP-छत्तीसगढ़ बस सेवा 68 दिन बाद बहाल
- मध्य प्रदेश से पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के लिए बस सेवा 68 दिन बाद शुरू होने जा रही है। 7 अप्रैल से बसों का संचालन पूरी तरह बंद था जो 16 दिन से फिर शुरू होगा। दोनों राज्यों के बीच स्थायी परमिट पर 9 बसें चलती हैं।
MP से महाराष्ट्र के लिए अभी बस नहीं
- मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र राज्य के लिए अभी बस सेवा को नहीं चलाने का निर्णय लिया गया है। सबसे पहले महाराष्ट्र से बस सेवा बंद की गई थी। क्योंकि प्रदेश में संक्रमण की दूसरी लहर यहीं से प्रदेश में प्रवेश की थी। 21 मार्च से यहां बसों का संचालक बंद है। 87 दिन हो चुके हैं। परिवहन विभाग ने इसे 22 जून तक और बढ़ाया है। दोनों राज्यों के बीच 95 बसों को स्थायी परमिट जारी है।