:कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध निर्देशक गुरु प्रसाद ने खुदकुशी कर ली। उनका शव बेंगलुरु के मदनायाकनहल्ली स्थित उनके अपार्टमेंट में मिला। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया, जब उनके घर से दुर्गंध आने लगी। पुलिस ने जांच में पाया कि गुरुप्रसाद ने कई दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी। गुरु प्रसाद ने ‘माता’, ‘एड्डेलू मंजुनाथ’ और ‘डायरेक्टर्स स्पेशल’ जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया था। उनकी मौत से कन्नड़ फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
आर्थिक दबाव में गुरु प्रसाद का जीवन संघर्ष
रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरु प्रसाद हाल के समय में भारी आर्थिक दबाव से जूझ रहे थे। उन पर कुछ लेनदारों का दबाव था, जिसके कारण वे मानसिक रूप से तनाव में थे। उनकी आत्महत्या की एक वजह आर्थिक तंगी भी मानी जा रही है। हाल ही में, उनके खिलाफ कुछ खरीददारी के बकाया बिलों को लेकर भी आरोप लगे थे। पुलिस ने उनकी मौत के कारणों को समझने के लिए गहराई से जांच शुरू कर दी है।
सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाते थे गुरुप्रसाद
गुरु प्रसाद कन्नड़ सिनेमा के जाने-माने निर्देशक रहे हैं। उनकी फिल्में सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से बात करती थीं और उन्हें समीक्षकों ने भी सराहा था। हालांकि, निजी जीवन में वे वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे थे। कुछ समय पहले उन्होंने दूसरी शादी भी की थी। इन सब के बावजूद वे अपनी नई फिल्म ‘अदेमा’ पर काम कर रहे थे, जो कि उनकी मौत के वक्त निर्माणाधीन थी।
गुरु प्रसाद की मौत ने उठाए कई सवाल
गुरु प्रसाद की आत्महत्या ने कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया है। उनके निधन के बाद से यह चर्चा हो रही है कि फिल्म इंडस्ट्री में मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक समस्याएं कितनी आम हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, पड़ोसियों ने उनके घर से आ रही दुर्गंध के बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान उनका शव पंखे से लटका हुआ पाया। ये संकेत हैं कि उनकी मौत कई दिनों पहले ही हो गई थी।
पुलिस कर रही है हर पहलू से मामले की जांच
बेंगलुरु पुलिस फिलहाल गुरु प्रसाद की मौत की जांच में जुटी है। वे आत्महत्या के समय और कारणों का पता लगाने के लिए सभी एंगल्स पर ध्यान दे रहे हैं। पुलिस को शक है कि हालातों का दबाव उनके इस कदम का कारण बन सकता है। अधिकारियों ने उनके परिवार और करीबियों से पूछताछ भी शुरू कर दी है