ग्राम पंचायतों में ऐसे हो रहा विकास : जनपद पंचायत सीईओ ने ग्राम पंचायत को जारी कर दी 59 लाख रुपए की राशि : कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए किया निर्देशित
रीवा यश भारत l भारत ग्रामीणों का देश है लेकिन ग्राम पंचायतों में कोरे विकास के कागजी घोड़े दौड़ाकर ग्रामीणों को प्राथमिक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है । जिसका एक उदाहरण जवा जनपद पंचायत में उस वक्त देखने मिला जब जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ग्राम पंचायत के खाते में करीब 59 लाख रुपए की राशि जारी कर दी जबकि उक्त अधिकारी को यह वित्तीय अधिकार ही नहीं थे मामला उजागर होने के बाद कलेक्टर रीवा ने कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है l
जानकारी अनुसार खबर रीवा जिला अंतर्गत जवा जनपद पंचायत से है जहां नागेंद्र सिंह ए.पी.ओ एवं तत्कालीन प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जवा के द्वारा वित्तीय अधिकारिता ना होने के बावजूद ग्राम पंचायत के सरपंच एवं सचिव का हस्ताक्षर नमूना डीएससी प्रमाणित कर यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा जवा को भेजा गया है। 59 लाख 7 हजार 750 रुपए की राशि ग्राम पंचायतों को दी गई है। जिस राशि का ग्राम पंचायतों द्वारा आहरण किया गया। इस तरह अधिकारिता विहीन कार्य करने पर दोषी अधिकारी नागेंद्र सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए जिला पंचायत सीईओ को पत्र जारी किया गया। इसके अलावा कई मामलों में तत्कालीन जवा सीईओ ने जिला पंचायत सीईओ को झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत कर गुमराह करने का प्रयास किया। पूरे मसले पर रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने वित्तीय अधिकारिता ना होने पर अनाधिकृत तरीके से किए गए भुगतान पर जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।