सड़क दुर्घटना में महिला की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने किया 4 घंटे हाईवे जाम : मृतिका के परिजनों को 1 लाख सहायता राशि एवं नौकरी का दिया गया आश्वासन
यश भारत कोतमा lभलूमाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत कुशियारा रेलवे अंडर ब्रिज के पास राखड़ लोड़ ट्रैलर वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार महिला प्रीति शुक्ला की उपचार के दौरान 28 जून को उपचार के दौरान जबलपुर में मौत हो जाने पर गुस्सायें लोगो सहित परिजनों ने शाम 7 बजे नेशनल हाईवे बदरा तिराहा में शव रखकर चक्का जाम करते हुए जमकर पुलिस प्रशासन मुदार्बाद के नारे लगाये गए।
जहां सूचना मिलते ही एसडीएम कोतमा अजीत तिर्की, एसडीओपी अनूपपुर सुमित केरकेट्टा, तहसीलदार अनूपपुर अनुपम पांडेय सहित भालूमाड़ा थाना प्रभारी राकेश उइके सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गए। गुस्सायें ग्रामीणों सहित मृतिका के परिजनों ने मुआवजा की मांग सहित बदरा गांव होकर जाने वाले रास्ते में ओव्हर लोड़ वाहनों को बंद किया जाए। जिसके बाद मृतिका के परिजनों को तत्काल 1 लाख रूपए की तत्काल सहायता राशि देने के साथ उपचार के दौरान जो भी खर्च आया है उसे देने तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की सहमति बनी, जिसके बाद रात लगभग 12 बजे चक्का जाम खोला गया। यह था मामलाः 24 जून को एचआरसी कंपनी की हाईवा फ्लाई ऐश (राखड) लेकर बंद पड़ी हरद ओसीएम खदान जा रही थी, तभी कुशियारा रेलवे अंडर ब्रिज आबादी क्षेत्र से गुजर रहे राखड़ से लदे ओव्हरलोड़ वाहन
जानकारी के अनुसार बंद पड़े हरद ओसीएम खदान को फ्लाई ऐश (राखड) से पाटने पाट के पाटन लिए एसईसीएल एवं हिन्दुस्तान हिन्दुस्तान पॉवर प्लांट में सहमति बनी थी, जिसके बाद हिन्दुस्तान पॉवर प्लांट से लगातार ओव्हर लोड़ राखड़ भारी वाहनो की आवाजाही बनी हुई हैं। हैं। जहां लोगो ने ओव्हर लोड़ वाहनों से दुर्घटनाओं की कई बार आशंका जाहिर की गई थी। लेकिन जिला वा पुलिस प्रशासन हर बार इस ओर अनदेखा किया गया, जिसका खमियाजा आमजनों को भुगतना पड़ रहा है। हिन्दुस्तान पॉवर प्लांट से निकलने वाले फ्लाई ऐश (राखंड) को वाहनों में क्षगता से अधिक लोड़ कर भेजा जा रहा है। जिनमें जैतहरी सहित कोतमा के कई जनप्रतिनिधियों के शामिल होने के आरोप लोगो ने लगाये है। जिनके कारण आवासीय क्षेत्र की सड़कों में राखड़ से ओव्हर लोड़ वाहन दौड़ रहे है।
के पास हाईवा क्रमांक एमपी 34 एच 1080 ओवरलोड वाहन ने बाइक सवार दंपत्ति को ठोकर मार दी। जिससे महिला प्रीति शुक्ला के एक पैर में हाईवा का टायर चढ़ गया। दुर्घटना होने के तुरंत बाद चालक ने सड़क में ही हाईवा वाहन को खड़ा करके मौके से फरार हो गया। जिसके बाद घायल प्रीति शुक्ला को एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज शहडोल तथा वहां से जबलपुर मेट्रो हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान 28 जून को महिला की मौत हो गई।
4 घंटे बाधित रहा नेशनल हाईवे 28 जून की देर शाम जबलपुर से एंबुलेंस में महिला का शव लाने के बाद प्रिजनों ने नेशनल हाईवें 43 बदरा तिराहे के पास शव को रखकर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम होने से हाईवे के दोनों ओर सैकड़ो की संख्या में वाहनों का जाम लग गया। आनंन-फानन मे जिले के प्रशासनिक अमला एवं पुलिस बल मौके पर पहुंचे, जहां लगभग 4 घंटे से बाधित यातायात को देर रात लगभग 12 बजे प्रशासन के समझाइए के बाद चक्का जाम हटाया गया। तहसीलदार अनुपम पांडेय ने बताया कि परिजनों की मांग के आधार पर तत्काल उन्हे 1 लाख की सहायता राशि तथा मोजर वेयर कंपनी में एक व्यक्ति की नौकरी दिए जाने की सहमति बनी है। जनप्रतिनिधि ने रखी परिजनों की मांगः मिश्रा,
सरपंच संघ के अध्यक्ष सूरज अगरिया, उपसरपंच पकरिया विनोद तिवारी, अधिवक्ता त्रिवेणी शंकर तिवारी, संग्राम सिंह, युवा मोर्चा जिला महामंत्री दीपक यादव, अध्यक्ष अतल व्यौहार, अभिषेक शर्मा, सहित सैकड़ों लोगों ने घटना की गम्भीरता परिजनों की स्थिति को देखते हुए धरने पर बैठ गए व प्रशासन से कम्पनशेषन व मुआवजे की मांग व वाहन चालक पर कार्यवाही की मांग की जिसपर देर रात प्रशासन ने परिजनों को परिजनों को तत्काल 1 लाख रूपए की तत्काल सहायता राशि देने के साथ उपचार के दौरान जो भी खर्च आया है।