पंजाब में कांग्रेस को दोहरा झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर BJP में हुए शामिल
पंजाब में लोकसभा चुनाव की वोटिंग से पहले कांग्रेस को दोहरा झटका लगा है. महासचिव और हिमाचल प्रदेश के को-इंचार्ज डॉक्टर तेजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. जिसके कुछ देर बाद दोनों बीजेपी में शामिल हो गए.
पहले कांग्रेस के सीनियर नेता तेजिंदर बिट्टू ने शनिवार सुबह कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, जिसके कुछ समय के बाद वह दिल्ली में भाजपा पार्टी में शामिल हो गए. तेजिंदर बिट्टू राहुल और प्रियंका गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे. ऐसे में कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है. बताया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से भाजपा के बड़े नेताओं के साथ उनकी (तेजिंदर) की मीटिंग चल रही थी.
वहीं, सासंद रहे संतोख चौधरी की पत्नी करमजीत कौर भी भाजपा में शामिल हो गई है. जिसके बाद कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई है. सूत्रों के अनुसार, मोहिन्द्र सिंह केपी भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं.
2017 में की रि-एंट्री
बता दें कि पंजाब के जालंधर के रहने वाले तेजिंदर सिंह बिट्टू कांग्रेस पार्टी में पिछले कई सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वो लंबे वक्त के लिए राजनीति से दूर हो गए थे, लेकिन साल 2017 में जब कांग्रेस ने पंजाब की सत्ता में वापसी की तो उन्हें पनसप का चेयरमैन लगाया गया था. जिससे उन्होंने राजनीति में रि-एंट्री की थी.
कौन हैं कमरजीत कौर
जालंधर से पूर्व कांग्रेस सांसद संतोख सिंह की पत्नी करमजीत कौर भी भाजपा में शामिल हो गईं. वह संतोख चौधरी की मौत के बाद कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लड़ी थीं.
बीजेपी में शामिल होने के बाद कमरजीत कौर ने कहा कि मेरे परिवार ने दलितों के उत्थान के लिए काम किया. मेरे पति संतोख चौधरी पंजाब में दो बार मंत्री रहे, फिर सांसद रहे और आखिरी बार भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनकी जान चली गई. मेरा बेटा तीसरी पीढ़ी का विधायक है. पीएम की विकासात्मक सोच के कारण मैं यहां आई हूं. वफादारी मेरे खून में है, लेकिन इसका मतलब बेइज्जती करना नहीं है. भारत जोड़ो यात्रा में मेरे पति की जान चली गई. लेकिन कांग्रेस ने पति की विरासत का अपमान किया है. यह कांग्रेस के लिए आत्ममंथन करने का समय है. मैं यहां शपथ लेती हूं कि मैं अपनी विरासत को जारी रखूंगी और पंजाब में दलित समुदाय के सुनहरे भविष्य के लिए काम करूंगी.