हमारे प्रेरणा स्रोत आशीष शुक्ला,
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार छठी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जिससे आपको सभी तरह के लोन की ईएमआई में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। आरबीआई ने छोटे लोन ग्राहकों को अच्छी खबर के साथ राहत दी है। जिसके अंतर्गत बैंकों को अपने ग्राहकों को लोन लेते समय लगने वाले सभी चार्ज के बारे में जानकारी देनी पड़ेगी। साथ ही
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अब लोन लेने के लिए बदल दिए नियम, जाने क्या होंगे अब के नए नियम
RBI ने बैंकों के लिए खुदरा और सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को दिए गए सभी ऋणों के लिए ग्राहकों को ब्याज और अन्य शर्तों का फैक्स विवरण प्रदान करना अनिवार्य हो गया है। अभी केएफएस वाणिज्यिक बैंकों द्वारा व्यक्तिगत उधारकर्ताओं को दिए गए ऋण, RBI -विनियमित संस्थाओं (आरई) द्वारा डिजिटल ऋण और मएसएमई के संबंध में अनिवार्य है।
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RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति (MPC Meet 2024) की घोषणा में कहा कि केंद्रीय बैंक ने हाल ही में ग्राहकों पर लगाए गए लोन तथा अन्य शुल्कों के मूल्य निर्धारण में आरई द्वारा अधिक ट्रांसपेरेंसी और खुलासे को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की है।
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शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘ सभी आरई के लिए सभी रिटेल तथा एमएसएमई लोन के लिए ग्राहकों को केएफएस देना अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया है। बैंक द्वारा सभी तरह के इन्टरेस्ट कॉस्ट सहित लोन समझौते की शर्तों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने से ग्राहकों को सोच-समझकर फैसला करने मदद मिलेगी।
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