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आर्थर रोड जेल में बादशाह का बेटा:आर्यन खान को सुबह 6 बजे उठना होगा, घर का खाना भी नहीं खा सकेंगे; कैदियों के बिस्तर पर कटेंगी रातें

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बॉलीवुड के बादशाह यानी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की जमानत याचिका खारिज हो गई है, जिसके बाद उन्हें अब आर्थर रोड जेल की सलाखों के पीछे तब तक रहना होगा, जब तक उन्हें जमानत नहीं मिल जाती है।

नए नियम के मुताबिक, आर्यन और अन्य 5 आरोपियों को एक साथ बैरक नंबर 1 में बने स्पेशल क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। यह बैरक जेल के फर्स्ट फ्लोर पर मौजूद है। हालांकि, जेल में यह प्रावधान है कि सजायाफ्ता होने से पहले आर्यन चाहे तो अपने पर्सनल कपड़े पहन सकते हैं।

आर्यन को खानी पड़ेगी जेल की रोटी
जेल सूत्रों की माने तो आर्यन को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा, उन्हें भी अन्य कैदियों की तरह सोने के लिए बिस्तर, चादर और तकिया दी जाएगी। नियम के अनुसार आर्यन को सिर्फ जेल का खाना दिया जा सकता है। हालांकि, अदालत के आदेश के बाद उन्हें घर का खाना भी दिया जा सकता है, लेकिन इस मामले में आर्यन के वकील ने अदालत से कोई अपील नहीं की है।

आर्यन के लिए भी सुबह 6 बजे उठने का समय तय किया गया है। 7 बजे सुबह उन्हें ब्रेकफास्ट दिया जाएगा। संभवतः यह शीरा पोहा हो सकता है। सुबह 11 बजे उन्हें लंच दिया जाएगा। जेल नियम के अनुसार, डिनर में चपाती, सब्जी और दाल-चावल दिया जाएगा।

जेलर से लेनी होगी घूमने की अनुमति
लंच के बाद कैदियों को जेल में टहलने की अनुमति होती है, लेकिन आर्यन के मामले में क्वारैंटाइन से बाहर आने के बाद ही और उनकी सुरक्षा को देखते हुए जेलर ही उन्हें घूमने की अनुमति देंगे। अगर आर्यन कैंटीन से खरीदना चाहते हैं, तो उन्हें अलग से पैसे देने होंगे। खास यह है कि यह पैसे परिवार के लोग उन्हें मनी आर्डर से भेजे सकते हैं। कैदियों को रात का खान 6 बजे से 8 बजे के बीच दिया जाता है। आर्यन को भी इसी टाइम में खाना दिया जाएगा।

5 दिन तक क्वारैंटाइन रहना पड़ेगा
शुरू के पांच दिनों में उन्हें क्वारैंटाइन रहना होगा। इस दौरान अगर आर्यन या अन्य किसी में कोविड के कोई लक्षण नजर आते हैं तो उनका RT-PCR टेस्ट किया जाएगा। हालांकि, आर्यन समेत क्रूज से गिरफ्तार अन्य सभी आरोपियों की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आर्यन ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, इसलिए उन्हें सिर्फ 5 दिनों तक जेल में क्वारैंटाइन रहना होगा।

कई हाईप्रोफाइल कैदी इस जेल में थे बंद
यहां पर शराब कारोबारी विजय माल्या को रखे जाने की बात भी चलती रही है। 2008 में मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब को रखने के यहां एक खास बैरक बनाई गई थी। इस सेल में जबिउद्दीन अंसारी को रखा गया। ये भी साल 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादी था। आर्थर रोड जेल में दाऊद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर, मुस्तफा दोसा, यासीन भटकल, पति पीटर मुखर्जी और बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त भी रखे जा चुके हैं।

एक ब्रिटिश ऑफिसर के नाम पर पड़ा इस जेल का नाम
साल 1926 में बनी इस जेल का नाम ब्रिटिश काल में मुंबई के तत्कालीन गवर्नर सर जॉर्ज आर्थर के नाम पर रखा गया है। साल 1994 में इसे अपग्रेड कर केंद्रीय जेल बनाया गया, लेकिन तब भी इसे पुराने नाम से ही जाना जाता रहा। कागजों पर भी यही नाम दिखता है।

6 एकड़ में फैली इस जेल में हैं 20 बैरक
पहले ये जेल लगभग 2 एकड़ में फैली हुई थी, लेकिन बाद में इसका विस्तार हुआ और ये अब 6 एकड़ में फैली हुई है। यहां 20 बैरक हैं और उनमें कई सेल्स हैं। वैसे तो जेल में कैदियों की क्षमता 804 की है, लेकिन अक्सर ये ओवर-क्राउडेड रहती है और कई बार यहां लगभग 3000 कैदी तक हो जाते हैं।

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