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बालाघाट में खेत पर काम कर रहे 45 वर्षीय प्रकाश पाने पर बाघ ने किया हमला, मौके पर मौत

बालाघाट में खेत पर काम कर रहे 45 वर्षीय प्रकाश पाने पर बाघ ने किया हमला, मौके पर मौत

शनिवार सुबह बालाघाट जिले के कटंगी रेंज के कुडवा कॉलोनी के पास एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहाँ एक बाघ ने खेत में काम कर रहे किसान प्रकाश पाने (45) पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हमला सुबह करीब 6 बजे हुआ जब प्रकाश अपने खेत पर काम कर रहे थे। बाघ ने पीछे से हमला किया और उन्हें घसीटते हुए खेत में ले गया, जहाँ उसने उनके शरीर का निचला हिस्सा खा लिया।

हमले के बाद, मौके पर मौजूद अन्य ग्रामीणों ने बाघ को पत्थर फेंककर भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक प्रकाश की जान जा चुकी थी। बाघ के दहाड़ने की आवाज सुनकर आसपास के और भी लोग इकट्ठा हो गए। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है।

ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, वन विभाग पर लापरवाही का आरोप:

घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा वन विभाग के प्रति फूट पड़ा। बड़ी संख्या में ग्रामीण वन चौकी पर जमा हो गए और उन्होंने घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने एक हफ्ते पहले ही वन विभाग के अधिकारियों को इलाके में बाघ की मौजूदगी के बारे में सूचित किया था, लेकिन विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण आज एक और जान चली गई। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में पहले भी बाघ के हमले हो चुके हैं।

प्रशासनिक कार्रवाई:

घटना की सूचना मिलते ही कटंगी थाना प्रभारी कौशल सूर्या पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की। मृतक प्रकाश पाने का शव बरामद कर लिया गया है। घटनास्थल पर एसडीएम और वन विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं। रेंजर बाबूलाल ने बताया कि मृतक के शरीर पर कई जगह गहरे घाव हैं और जांघ के पास का हिस्सा बाघ खा गया है।

बांधवगढ़ में भी बाघ के हमलों की श्रृंखला:

यह दुखद घटना ऐसे समय में हुई है जब पड़ोसी उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में भी बाघ के हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं। पिछले एक महीने में बाघ ने चार लोगों पर हमला किया है, जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है। मरने वालों में एक पुरुष, एक महिला और एक 12 वर्षीय बच्चा शामिल है। एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। ये हमले महुआ बीनने के दौरान जंगल में हुए थे।

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