3 माह के मासूम ने जीत ली जिंदगी की जंग : ओपन हार्ट सर्जरी मुंबई के नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल में आरबीएसके योजना के तहत हुई नि:शुल्क

मण्डला lबाल हदय उपचार योजना के अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं जिला शीघ्र पहचान एवं हस्तक्षेप केन्द्र में नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है। जिससे पीडि़त बच्चे निरोगी हो और एक स्वस्थ्य समाज एवं उज्जवल भविष्य का निर्माण हो।
इसी उद्देश्य से आरबीएसके अंतर्गत जिला शीघ्र पहचान हस्तक्षेप केन्द्र, जिला चिकित्सालय मंडला में पीडि़त बच्चों को योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। कहावत है कि सुख के पीछे दुख और दुख के पीछे सुख आता है। हर निराशा के पीछे एक आशा छिपी होती है। बताया गया कि सिविल अस्पताल नैनपुर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत टीम कार्यरत है। आरबीएसके टीम के डॉ. धनराज भावरे, डॉ. आरके नंदा और एएनएम हेमलता विश्वकर्मा ने ग्राम रमगड़ी पालासुन्दर के आंगनवाड़ी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने 3 महीने के बच्चे यश पड़वार पिता युगल किशोर का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण में पाया कि बच्चा जन्मजात विकृति, दिल में छेद (सीएचडी-कंजेनिटल हार्ट डिजीज) से पीडि़त था। बच्चे को जन्म से ही बार-बार निमोनिया जैसी समस्या हो रही थी। टीम ने बच्चे को इको जांच के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजा, जहां जांच में दिल में छेद होने की पुष्टि हुई। इसके बाद बच्चे को ऑपरेशन के लिए मुंबई रेफर किया गया। बच्चे का ओपन हार्ट सर्जरी मुंबई के नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल में आरबीएसके योजना के तहत नि:शुल्क कराया गया। अब बच्चा स्वस्थ है और उसे नया जीवन मिला है। बच्चे के माता-पिता ने आरबीएसके टीम नैनपुर के डॉ. धनराज भावरे, डॉ. राजकुमार नंदा, एएनएम हेमलता विश्वकर्मा और जिला समन्वयक अर्जुन सिंह का इस उपचार के लिए आभार व्यक्त किया।