साड़ी-कंबल बांटने से नहीं होता क्षेत्र का विकास: अभिषेक चौकसे
केंट चुनाव निरस्त होने के बाद पत्रकारवार्ता में केंट कांग्रेस ने रखीं कई बातें
जबलपुर। साड़ी, कंबल बांटने से केंट क्षेत्र का विकास नहीं होता है। विरासत में गद्दी मिलती है लेकिन बुद्धि कहां से आएगी। रोजगार के लिए आपने बीते 10 सालों में क्या किया? शिवाजी मैदान में पहले धूल खाता था और अब केंट कांग्रेस के कारण उसकी स्थिति एक बेहतरीन स्टेडियम के रूप में है। केंट विधानसभा क्षेत्र में विधायक अशोक रोहाणी की उदासीनता के चलते ही क्षेत्र का कहीं विकास नहीं हुआ है। बिलहरी में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं।
विधायक अशोक रोहाणी पर कुछ इस तरह के तीखे आरोप लगाते हुए केंट बोर्ड पूर्व उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने पत्रकारवार्ता के दौरान बातें कहीं।
प्रदेश सरकार की मंशा ही गलत थी
पत्रकारवार्ता में चिंटू चौकसे ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने कभी भी केंट बोर्ड के चुनाव का बहिष्कार नहीं किया है पार्टी ने सिर्फ बगीचा, बंगलों और करौंदी के करीब 24 हजार मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े जाने की मांग उठाई थी। मध्यप्रदेशर सरकार की मंशा गलत थी इसलिए मतदाताओं के नाम नहीं जोड़े जा रहे थे और कुछ समय बाद करौंदी, बगीचा, बंगलों के रहवासियों को क्षेत्रीय विधायक की उदासीनता के चलते हमेशा के लिए यहां से दूर कर दिया जाता तो केंट कांग्रेस कभी नहीं होने देगी।
सदर बाजार नहीं बगीचा-बंगला के क्षेत्र, करौंदी को भी करो शामिल
पत्रकारवार्ता के दौरान अभिषेक चौकसे ने बताया कि नगर निगम सदर बाजार को अपनी सीमा में जोड़ने का विचार कर रही है। जिस पर पूरे केंट कांग्रेसियों की मांग है कि सिर्फ सदर बाजार ही नहीं , बगीचा, बंगलों वाले क्षेत्र और करौंदी के रहवासियों की जगह भी नगर निगम सीमा में जोड़ी जाए। विदित हो कि गत दिवस रक्षा मंत्रालय से नोटिफिकेशन जारी हुआ था जिसमें अप्रैल में होने वाले केंट बोर्ड चुनाव का निरस्त करने का फैसला सामने आया है। इसके बाद केंट कांग्रेस इसका श्रेय ले रही है तो वहीं भाजपा, कांग्रेस की रणनीति देख रही है। केंट कांग्रेस पार्षद अभिषेक चौकसे का कहना है कि वे पूरी केंट कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर बीते कई समय से 24 हजार मतदाताओं के हक की लड़ाई लड़ रहे थे। जिसमें केंट के मतदाताओं की जीत हुई है।