जब कारगिल युद्ध में शहीद ने अपनी बुलेट प्रूफ जैकेट भी साथी को दे दी थी, मदर्स डे में शहीद की मां बेटे को याद करके हुई भावुक

यश भारत । भारत-पाक जंग के दौरान व मदर्स डे के सुअवसर पर पल्लीवाल समाज गौरव शहीद गौतम जैन की सुप्रीम मां सुधाजी जैन (इन्दौर) को देश की सरहद पर कुर्बान शहीद बेटे के प्रति याद आया. गौरवशाली मातृत्व का भाव याद करते हुए सुधा जी ने बताया कि मेरा बेटा गौतम भारतीय सेना की आर्टिलरी की 173 फील्ड रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट था। उसने कारगिल युद्ध भी लड़ा था। 2001 में कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से वो शहीद हुआ.गोली लगने के पहले उसने अपना बुलेट प्रूफ जैकेट भी साथी को दे दिया, ताकि उसकी जान बच जाए। उसकी शहादत के लिए उन्हें सेना पदक से सम्मानित किया गया। आज भी उसे याद करके आंसू बहने लगते हैं लेकिन हमें गर्व है कि हमारे बेटे ने 21 साल की उम्र में देश के लिए बलिदान दिया। जब उसका सामान आया तो उसमें मेरे लिए एक कविता भी थी, जिसमें देश पर मर मिटने का उसका जज्बा साफ झलक रहा था। मैं हर मां को बताना चाहती हूं कि अन्य लोगों की तुलना में फौजी अपनी मां का सम्मान बहुत ज्यादा करते हैं। समाज में भी हमें इज्जत मिलती है।हम जहां जाते हैं लोग हमसे अपनी भावनाएं साझा करते हैं। आज देश प्रेम का जज्बा कम हो रहा है। सब मांओं को बच्चों में देश प्रेम की भावना जगानी चाहिए।