शर्म करें जबलपुर शिक्षा विभाग के अफसर: बोर्ड परीक्षा में जिला 40 नंबर पर शिक्षा व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल, अधिकारियों की लापरवाही उजागर
जबलपुर, यशभारत। माध्यमिक शिक्षा मंडल के बोर्ड परीक्षा गुरूवार को घोषित कर दिए गए। इस परीक्षा परिणाम के साथ तय हो गया कि किस जिले में कैसी शिक्षा व्यवस्था है। जबलपुर की बात करें तो शहर महानगर की श्रेणी में आ चुका है लेकिन यहां की शिक्षा गुणवत्ता छोटे जिलों से बेहतर नहीं है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि जबलपुर का बोर्ड परीक्षा परिणाम में 40 वीं रैंक लगी है। जबकि छोटे जिले जहां पर संसाधनों की कमी है, शिक्षकों को प्रशिक्षण नहीं है फिर भी इन जिलों में परीक्षा परिणाम बेहतर आया। मालूम हो कि 10वीं और 12वीं बोर्ड के घोषित रिजल्ट में एक बार फिर बेटियां ने परचम लहराया है। हाईस्कूल में जहां 45 प्रतिशत के लगभग ही बच्चे पास हुए हैं। वहीं 12वीं में 65 प्रतिशत से थोड़ा अधिक रिजल्ट बना है। दोनों बोर्ड परीक्षाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बेटियां पढ़ाई में बेटों से आगे रहीं। 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 62.70 प्रतिशत छात्र तो 67.58 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं। इसी तरह 10वीं में 40.58 प्रतिशत छात्र तो 48.77 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं।
गिरता जा रहा है जबलपुर के शिक्षा का स्तर
12वीं बोर्ड की परीक्षा में कुल 17 हजार 757 बच्चे शामिल हुए थे। इसमें 11 हजार 615 बच्चे सफल हुए। वहीं 2536 बच्चों का सप्लीमेंट्री आया है। जबकि 3603 बच्चे फेल हो गए। 10वीं बोर्ड की परीक्षा में कुल 27 हजार 529 बच्चे शामिल हुए थे। 12 हजार 364 बच्चे पास हुए। वहीं 2 हजार 898 बच्चों का सप्लीमेंट्री और 12 हजार 262 बच्चे फेल हो गए। प्रदेश के बड़े जिलों में शुमार जबलपुर के लिए शर्मिंदगी की बात ये है कि प्रदेश के रिजल्ट में ये 40वें नंबर पर आया है।
जबलपुर संभाग के दो जिलों में बेहतर परिणाम
जबलपुर की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे हो चुकी है जबकि संभाग के नरसिंहपुर और मंडला जिले का परीक्षा परिणाम प्रदेश में सबसे बेहतर आया है। मंडला जिला 6 वें नंबर पर है जबकि नरसिंहपुर 12 वें इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों जिलों में बेहतर अध्यापन कार्य कराया जा रहा है।
प्रदेश के बड़े जिले भी जगह नहीं बना पाए
जबलपुर के अलावा भोपाल-इंदौर और ग्वालियर जिलों की बात करें तो यहां भी शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इन जिलों के परीक्षा परिणाम भी बेहतर नहीं आए हैं ये जिले के प्रदेश की टाप 10 में शामिल नहीं है।