लट्ठबाज डॉक्टर : चाची को सड़क पर गिराकर डंडे से पीटा, बहन को भी धुना; हाथ-पैर में आई चोट
विदिशा के गंजबासौदा में उत्तर प्रदेश के सरकारी डॉक्टर का लट्ठ चलाने का वीडियो सामने आया है। उसने अपनी चाची और चचेरी बहन को सड़क पर गिराकर बेरहमी से पीटा। घायल मां-बेटी का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है। घटना नगर के मील मार्ग स्थित तारण तरण पाठशाला के पास रविवार की है। आरोपी डॉक्टर मप्र का है, लेकिन मथुरा में नौकरी करता है।
पुष्पलता जैन (50) 18 साल की बेटी संस्कृति के साथ अपनी साड़ी की दुकान पर बैठी थीं, तभी उनका जेठ सूरजमल जैन अपने बेटे डॉ. आशीष जैन के साथ आया। गालियां देते हुए उसी समय मकान खाली करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने दुकान का सामान बाहर फेंक दिया। जब उनको ऐसा करने से रोका और पुलिस से शिकायत की बात कही तो सूरजमल और आशीष भड़क गए। दोनों ने पुष्पलता और संस्कृति की डंडों से पिटाई शुरू कर दी। वह जान बचाकर भागी तो उनको दौड़ा-दौड़ा कर बेरहमी से पीटा। फिर सड़क पर गिराकर डंडे से पीटता रहा। यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। इस मामले में थाना प्रभारी सुमी देसाई का कहना है कि महिला और बेटी के हाथ-पैर में चोट आई है। आरोपियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।पुष्पलता ने कहा- हमें घर जाते समय चौराहे पर डंडे से पीटा गया। जब वह मुझे पीट रहा था तो बेटी ने वीडियो बनाने लगी। यह देख उसने बेटी को भी पीटना शुरू कर दिया। उसने में अलग-अलग समय में आधे घंटे से भी ज्यादा देर तक मारा। मेरे शरीर के अंग-अंग में चोट आई है। बेटी को कोई उठाने वाला नहीं है, मुश्किल से स्कूटर पर बेटी को अस्पताल पहुंचवाया। अस्पताल में भी बेहतर इलाज नहीं मिला। पुलिस की एक मैडम आई थीं। पूरे कागज लेकर चली गईं।
दो बार मारपीट की
चोटिल बेटी ने बताया कि मथुरा में सरकारी डॉक्टर आशीष मेरे ताऊ का बेटा है। जब मारपीट की तब मेरे पिता दवाई लेने गए थे। हम थाने जा रहे थे, इसी दौरान आशीष और तीन लोग आए और हमें डंडे से पीटना शुरू कर दिया। हम थाने गए तो वहां पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हमें ही चुप करवा रहे थे। इसके बाद हम अस्पताल चले गए। हमने पापा को कॉल किया तो उन्होंने बताया कि आशीष घर पर भी आ गया है। इस पर हम अस्पताल से घर भागे तो आशीष फिर से हमें रास्ते में मिल गया, उसने मां को डंडे से पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद मैंने वीडियो बनाया तो उसने फिर मुझे भी डंडा मारा।
पहले भी कर चुका है हमला
सूरजमल जैन रिटायर्ड शिक्षक हैं। वर्तमान में विदिशा में रहते हैं। विदिशा जाने से पहले गंजबासौदा के जिस किराए के मकान में रहते थे, वह तारण तरण ट्रस्ट का था। जाते समय उसे भाई दिनेश को रहने के लिए दे गए थे। उनका बेटा डॉक्टर आशीष जैन वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मथुरा में सरकारी डॉक्टर है। दोनों ही पिछले कुछ समय से मकान को खाली करने के लिए दबाव बना रहे हैं। इससे पहले भी डॉक्टर भतीजा अपनी चाची पर चाकू से हमला कर चुका है। इसकी भी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज है।
सूरजमल जैन पहले गंजबसौदा में किराए के मकान में रहते थे। मकान जिस जमीन पर बना था, वो तारण तरण ट्रस्ट की थी। सूरजमल जब यहां से विदिशा जाने लगे तो उन्होंने मकान अपने छोटे भाई जीनेश जैन को दे दिया। सूरजमल परिवार के साथ विदिशा में शिफ्ट हो गए। अब इस जमीन पर जीनेश ने मकान बना लिया है। इस मकान में दुकान भी है। इसी मकान को खाली करने के लिए सूरजमल और आशीष लगातार जीनेश के परिवार पर दबाव बना रहे हैं।