रेलयात्री सावधान. कहीं आपके पास नकली टिकट तो नहीं बिना पीएनआर नंबर का टिकट हुई वायरल
जबलपुर यश भारत। यदि आप रेल में यात्रा कर रहे हैं तो सावधान रहें आपके लिए यह एक महत्वपूर्ण खबर होगी कि आपकी यात्रा टिकट कहीं नकली तो नहीं ऐसी ही एक टिकट इन दिनों रेलवे महकमे में जमकर वायरल हो रही है । यह टिकट विंडो से जारी होने वाली टिकट से बिल्कुल मिलता जुलता है जिसमें पीएनआर नंबर नहीं है। टिकट माफिया एसी टिकट बना कर रेलवे को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं और कुछ अनजान यात्रियों को वह अपना निशाना बना रहे हैं। हालांकि यह रेल टिकट पश्चिम रेलवे का है जो टिकट विंडो से मिलता जुलता है बिना पीएनआर नंबर यह 6 यात्रियों की गाड़ी संख्या 12834 अहमदाबाद सुपरफास्ट है टिकट हावड़ा से डौंडियाचा की है जिसमें 6 यात्रियों की वेटिंग लिस्ट के नंबर भी दर्ज है उल्लेखनीय है कि टिकट पर छपे पी एन आर नंबर में रेलयात्री की पूरी डिटेल्स, यात्री के बारे में एक-एक बात छिपी रहती है
यदि आप भारतीय रेल की किसी भी ट्रेन में अपनी टिकट बुक कर करते हैं तो आपको 10 अंकों का एक पीएनआर नंबर मिलेगा ही जो सभी टिकट पर अलग पाया जाता है/ रेलवे ने अब बुकिंग के लिए इतनी सुविधा कर दी है कि आप कहीं भी अपने मोबाइल फोन पर टिकट बुक कर सकते हैं. आपको 10 अंकों का एक पीएनआर नंबर मिलेगा ही मिलेगा. यह पूरी तरह से एक यूनीक नंबर होता है, जो सभी टिकट पर अलग पाया जाता है. ये पीएनआर नंबर यात्री के साथ-साथ भारतीय रेल के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है।
*जानिए क्या है पीएनआर नंबर*
रेल टिकट पीएनआर नंबर क्यों जरूरी होता है से जुड़ी कई अहम बातें हैं क्योंकि पीएनआर नंबर के बारे में जानना सभी के लिए बहुत जरूरी है. हालांकि, सच्चाई ये है कि ज्यादातर लोगों को इसके बारे में कोई खास जानकारी नहीं है/ 10 अंकों वाले एक पीएनआर नंबर में दर्ज होती है पी एन आर नंबर का फुलफॉर्म क्कड्डह्यह्यद्गठ्ठद्दद्गह्म् हृड्डद्वद्ग क्रद्गष्शह्म्स्र होता है. 10 अंकों के इस पीएनआर नंबर में आपकी यात्री से जुड़ी छोटी-से छोटी जानकारी दर्ज होती है. एक पीएनआर नंबर में अधिकतम 6 यात्रियों की जानकारी दर्ज होती है क्योंकि एक बार में अधिकतम 6 लोगों के लिए ही टिकट बुक कर सकते हैं. एक पीएनआर नंबर में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों का नाम, उम्र, लिंग, घर का पता, यात्रा शुरू करने की जगह, गंतव्य की जगह, ट्रेन नंबर, ट्रेन का नाम, बुकिंग स्टेटस, फाइनल स्टेटस, कोच संख्या, सीट संख्या, बुकिंग कहां से की गई है आदि जानकारी दर्ज होती है. यात्री आरक्षण प्रणाली के बारे में भी जानकारी देता है पीएनआर नंबर आमतौर पीएनआर नंबर बुकिंग जानने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. इस पीएनआर नंबर के जरिए यह पता लगा सकते हैं कि आपके द्वारा बुक की गई टिकट कंफर्म हुई है या नहीं इसके साथ ही जैसे ही आपकी यात्रा पूरी होती है, आपका पीएनआर नंबर अवैध हो जाता है. इसके अलावा किसी रेल हादसे के दौरान रेलवे अधिकारी पीएनआर नंबर के जरिए ही मृत या घायल यात्री की पहचान करते हैं. 10 अंकों वाले एक पीएनआर नंबर के शुरुआती 3 अंक क्कक्रस् (यात्री आरक्षण प्रणाली) की जानकारी देते हैं, जहां से टिकट बुक की जाती है. जबकि पीएनआर का पहला अंक उस रेलवे जोन के बारे में बताता है, जिस जोन से आपने टिकट बुक किया है. जबकि आखिरी के सात अंकों में आपकी यात्रा से जुड़ी जानकारियां दर्ज की जाती हैं।
9500 में खरीदी थी टिकट
नकली टिकट के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जिन टिकट माफियाओं द्वारा यात्रियों को नकली टिकट दी गई उसकी कीमत ?9500 है इस तरह से रेल यात्रियों को झांसे में लेकर कालाबाजारी की जा रही है।
मजदूर वर्गों को साथ होती है धोखाधड़ी
वही इस संबंध में जानकारों की माने तो ऐसी नकली टिकट मजदूर वर्ग के लोगों को पकड़ा दी जाती है जिससे वह एक सामान्य टिकट मानकर उसे खरीद लेते हैं और अपनी गंतव्य की यात्रा करते हैं उनको इसका कतई आभास नहीं होता कि यह टिकट नकली है क्योंकि टिकट विंडो से निकाली गई टिकट और उसी से मिलती-जुलती नकली टिकट का कागज मिलता जुलता है और प्रिंटिंग भी लगभग एक सी होती है जल्दबाजी में अनजान यात्री समझ नहीं पाते और टिकट माफिया के चक्कर में फस जाते हैं हालांकि यह नकली टिकट जो इन दिनों वायरल हो रहा है यह तो एक बानगी ही है ना जाने यह रेलवे की नकली टिकट की कालाबाजारी कब से चल रही है हालांकि वायरल हुई इस नकली टिकट को लेकर टिकट निरीक्षक भी काफी परेशान है और महकमे में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्व है/
*क्या कहते हैं अधिकारी*
इस तरह कि नकली टिकट बनाने वाले जालसाजौ से यात्री सावधान रहें रेलवे के आरक्षण केंद्र एवं आईआरसीटीसी से ही टिकट खरीदें।
*सीनियर डीसीएम पश्चिम मध्य रेल जबलपुर*