रिंग रोड एनएच 30 : पांचवें फेस का काम 2025 मार्च से होगा शुरू : करीब 450 करोड़ की आएगी लागत
जबलपुर यश भारत | रिंग रोड का अंतिम हिस्सा कुण्डम रोड अमझर घाटी से बरेला शारदा मंदिर की सीमा तक 18 किलोमीटर के एरिया में तैयार होना है। जिसका काम वर्ष 2025 मार्च से शुरू होगा टेंडर प्रक्रिया के बाद एजेंसी काम करना शुरू करेगी इसके चलते यहां के निवासियों को फिलहाल लंबा इंतजार करना पड़ेगा । इसी हिस्से में अमझर घाटी के ऊपर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया दो फ्लाई ओवर भी बनाएगा। इन फ्लाई ओवर को बनाने का मूल उद्देश्य यही है कि रिंग रोड के एक हिस्से से दूसरे हिस्से बेहतर तरीकों से घाटी में कनेक्ट हो सकें और इस घाट पर ट्रैफिक में किसी तरह से परेशानी न हो।
जानकारी अनुसार घाटी के ऊपर ही दो फ्लाई ओवर बनाए जाएँगे जिनकी लंबाई करीब सवा किलोमीटर की होगी। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत लाल साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि पांचवें फेस का काम वर्ष 2025 मार्च तक शुरू हो सकेगा। इस घाटी में अभी जो घुमावदार स्थिति है, निकलने के दौरान उसमें ट्रैफिक सीधा गुजरे। इसी तरह घाटी को कम से कम काटा जाएगा, ताकि इसकी नैसर्गिक सुंदरता भी बनी रहे। यह पूरा हिस्सा हरियाली से भरा हुआ है निर्माण के दौरान इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा।
फाइनेंशियल स्वीकृति भी मिल चुकी है। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस हिस्से में 2024 के शुरुआती माहों में काम आरंभ करने का टारगेट रखा था। इस हिस्से का चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद टेण्डर फाइनल हो सकेगा।
रिंग रोड का चौथा हिस्सा पनागर कुशनेर से अमझर घाटी तक है तो पाँचवाँ और अंतिम हिस्सा कुण्डम रोड अमझर घाटी से शारदा मंदिर तक आता है।